
गाजीपुर। करंडा ब्लॉक मुख्यालय पर शुक्रवार को भ्रष्टाचार, घूसखोरी और सरकारी funds के अवैध भुगतान के खिलाफ ग्रामीणों का आक्रोश फूट पड़ा। अखिल भारतीय खेत ग्रामीण मजदूर सभा के बैनर तले ग्राम प्रधान राजेश बनवासी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में लोगों ने अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
प्रदर्शनकारियों ने पंचायत स्तर पर हो रहे कार्यों और फंड के भुगतान में व्याप्त भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए। ग्राम प्रधान राजेश बनवासी ने कहा कि पंचायत के कार्यों में खुलेआम रिश्वतखोरी और कमीशनखोरी हो रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानों से कमीशन मांगा जा रहा है और बिना पैसे दिए कोई भी कार्य आगे नहीं बढ़ रहा है।
राजेश बनवासी ने इसे ग्राम समाज के साथ विश्वासघात और लोकतंत्र का मज़ाक करार दिया। उन्होंने विशेष रूप से करंडा ग्राम सभा में बने ग्राम पंचायत सचिवालय के भुगतान को ब्लॉक अधिकारियों द्वारा रोके जाने का मुद्दा उठाया और बताया कि उच्च अधिकारियों से लिखित शिकायत के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई है। गुस्से से भरे राजेश बनवासी ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “हम ब्लॉक को लूट और घूसखोरी का अड्डा नहीं बनने देंगे। हमारी मांग है कि जिलाधिकारी (DM) स्वयं मौके पर आकर जनता की बात सुनें। जब तक DM यहां नहीं आते, यह धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। आवश्यकता पड़ने पर हम सभी ब्लॉक परिसर में भूख हड़ताल भी करेंगे।” धरने में बड़ी संख्या में ग्रामीण, मजदूर, महिलाएं और युवा शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने शांतिपूर्ण ढंग से नारेबाजी करते हुए अपना विरोध जताया और कहा कि उनका संघर्ष पूरी तरह से लोकतांत्रिक है। हालांकि, उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया, तो वे चुप नहीं बैठेंगे। समाचार लिखे जाने तक कोई भी वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा था, जिससे प्रदर्शनकारियों में और भी अधिक रोष व्याप्त है। ग्रामीण जल्द से जल्द प्रशासन से हस्तक्षेप कर उनकी शिकायतों का निवारण करने की मांग कर रहे हैं।