जमानिया। तहसील क्षेत्र के लटिया गांव में रविवार को सम्राट अशोक क्लब की ओर से विश्व समुदाय के साथ मधुर संबंध बनाने में भगवान बुद्ध और सम्राट अशोक की भूमिका विषय पर आधारित 29वीं लटिया महोत्सव धूमधाम से मनाया गया। जिसमें विभिन्न प्रांतों से आये लोगों की भीड़ लगी रही।
इस भव्य आयोजन का शुभारंभ मुख्य अतिथि जुंगतो सोसायटी के संस्थापक कोरिया से आए धम्म गुरु भंते पोम्नयून सुनीम ने लटिया लाट पर पंचशील दीप प्रज्ज्वलित कर बुद्ध स्तुति की गई। जिसके बाद मानव श्रृंखला के बीच अतिथिगण कार्यक्रम स्थल पहुंचे। जिसके बाद कार्यक्रम स्थल पर एसडीएम अभिषेक कुमार ने तिरंगा झंडा तथा अन्य अतिथियों ने पंचशील ध्वज, सम्राट अशोक क्लब के ध्वज को फहराया और राष्ट्रगान हुआ। मुख्य अतिथि ने भगवान बुद्ध एवं सम्राट अशोक के चित्र पर पुष्प और दीप प्रज्जवल कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई। आयोजकों द्वारा मंच पर पहुंचे अतिथियों को अंग वस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया गया । मुख्य अतिथि भंते पोम्नयून सुनीम ने अपने संबोधन में कहा कि भगवान बुद्ध के संदेशों ने पूरी दुनिया को शांति, सद्भाव और एकता का मार्ग दिखाया है। उन्होंने कहा कि बुद्ध के उपदेशों में सभी धर्मों का सम्मान करने की सीख दी गई है और यही पूरे विश्व के कल्याण का आधार है। उन्होंने भारत और कोरिया के बीच मैत्री संबंधों के और प्रगाढ़ होने की बात कही। साथ ही, भारत को ध्यान, शिक्षा और शांति के उपदेशों की बदौलत पूरे विश्व को एकजुट करने में सक्षम बताया। उन्होंने कहा कि भारत ने प्रारंभ से ही बुद्ध के संदेशों को आत्मसात किया है, जिसका परिणाम है कि आज यह देश विश्व में एक समृद्धशाली राष्ट्र के रूप में उभर रहा है। गौतम बुद्ध द्वारा दिए गए आपसी सद्भाव और भाईचारे के संदेश को अपनाने की आवश्यकता पर उन्होंने बल दिया। राष्ट्रीय अध्यक्ष दीना नाथ मौर्य ने कहा कि भगवान बुद्ध की निति व उपदेशों को अक्षरशः पालन करें और आपसी भाईचारे बनाये रखें। सम्राट अशोक क्लब द्वारा आयोजित लटिया महोत्सव का यह कार्यक्रम देश की एकता एवं अखंडता को बनाए रखने की बात कहती है। मुख्य वक्त्ता डॉ सच्चितानंद मौर्य ने कहा कि आज यह देश जिस संविधान से चलता है आज उसी देश के अधिकतर नागरिक अपने संविधान के बारे में नहीं जानते।आज समाज में धार्मिक उन्माद जैसा माहौल बना हुआ है ऐसे में सम्राट अशोक के लोक कल्याण नीतियों का प्रासंगिता बढ़ गयी है। इस दौरान, मुख्य अतिथि ने भगवान बुद्ध के मंत्रों का उच्चारण कर उपस्थित लोगों को उनके अनुसरण के लिए प्रेरित किया। आयोजन समिति के अध्यक्ष धनंजय मौर्य ने कहा कि यदि भारत ने बुद्धिस्ट परंपराओं को नहीं अपनाया होता, तो आज हम यहां इस आयोजन में उपस्थित नहीं होते। उन्होंने भारतीय संविधान को आर्थिक, सामाजिक‚ राजनीतिक अधिकारों का प्रमुख स्रोत बताया और सभी आगंतुओं का आभार व्यक्त किया। इस दौरान 29 वीं लटिया महोत्सव में 29 लोगों ने रक्तदान किया।
इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य आकाश यादव‚ ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि संतोष कुशवाहा, सुभाष, शत्रुघ्न शाक्य, श्यामनारायण, डॉक्टर भिक्खु नंदरतन महाथेरो, प्रोफेसर डॉक्टर अर्पिता चटर्जी‚ रामेश्वर कुशवाहा‚ आलोक मौर्य‚ कृष्णा मौर्य‚ भानू प्रताप‚ डॉ रविन्द्र मौर्य‚ शैलेश कुशवाहा आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन राजेश कुमार मौर्य ने किया।
कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
लटिया महोत्सव में भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। एसडीएम अभिषेक कुमार, सीओ रामकृष्ण तिवारी, नायब तहसीलदार जितेंद्र कुमार, एलआईयू, सर्किल के थानों के महिला व पुरुष आरक्षी बड़ी संख्या में तैनात रहे। भीड़ की निगरानी के लिए कई ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल किया गया, जबकि कार्यक्रम स्थल पर लगे दर्जनों सीसीटीवी कैमरों के जरिए भीड़ के हर मूवमेंट पर कड़ी नजर रखी गई।
मेले का लोगों ने उठाया लुत्फ
लटिया महोत्सव में आयोजित मेले का लोगों ने लुत्फ उठाया और सजी दुकानों से खरीदारी की। सम्राट अशोक और संविधान से संबंधित वस्तुएं जैसे चक्र, अशोक स्तंभ आदि की ओर लोगों का झुकाव दिखाई दिया।
कार्यक्रम में आए लोगों ने तय की चार किलोमीटर की पैदल दूरी
विभिन्न प्रांतों से परिवार संग आए लोगों ने पैदल जमानिया नगर से लटिया गांव तक की चार किलोमीटर की दूरी तय की। उनके साथ सामान था लेकिन माथे पर शिकन नहीं दिखाई दी। शाम तक लोगों का कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने का सिलसिला जारी रहा।
समिति के सदस्य व्यवस्था में जुटे रहे
सैकड़ों समिति के महिला एवं पुरुष सदस्य लोगों को बैठाने और उनका ख्याल रखने में जुटे रहे। कार्यक्रम स्थल पर दूर-दराज से आए लोगों के लिए खाने-पीने सहित रहने की व्यवस्था की गई थी।
एंबुलेंस रही तैनात
सुरक्षा की दृष्टि से करीब छह एंबुलेंस तैनात रहीं। डॉक्टरों की टीम ने कई लोगों का इलाज भी किया।