
गाजीपुर। रामपुर माझा थाना क्षेत्र के रद्दीपुर गांव में एक विवाहिता ने अपने पुलिस कांस्टेबल पति और ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है। पीड़िता का कहना है कि शादी के बाद उसे पता चला कि उसके पति का किसी अन्य महिला के साथ संबंध है और जब उसने इसका विरोध किया तो ससुराल वालों ने उसे दहेज के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।
पीड़िता के अनुसार, उसकी शादी साल 2020 में पुलिस विभाग में तैनात कांस्टेबल विकास यादव के साथ हुई थी। उसके पिता ने अपनी सामर्थ्य के अनुसार दहेज भी दिया था, लेकिन ससुराल वाले उससे संतुष्ट नहीं थे और शादी के कुछ समय बाद, जब उसके पिता सेवानिवृत्त होकर घर आए, तो उनकी दहेज की मांग और बढ़ गई। पीड़िता का आरोप है कि उसे नकदी और चार पहिया वाहन के लिए लगातार प्रताड़ित किया जाता था। गर्भवती होने के बावजूद भी ससुराल वालों का अत्याचार जारी रहा, जिसके बाद वह अपने पिता के घर चली गई, जहां उसने एक बेटी को जन्म दिया। बेटी के जन्म के बाद पीड़िता की तबीयत खराब रहने लगी और उसके पिता ने इलाज पर लाखों रुपये खर्च किए। ठीक होने के बाद जब वह ससुराल लौटी, तो उसे फिर से प्रताड़ित किया जाने लगा। पीड़िता ने आरोप लगाया कि बाद में वह अपने पति के साथ गोरखपुर चली गई, जहां उसे पता चला कि उसके पति का किसी और महिला के साथ प्रेम संबंध है और वह उससे छुप-छुपकर मिलता था। जब उसे यह भी पता चला कि उसके पति ने उस दूसरी महिला से शादी कर ली है, तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। शिकायत करने पर सास और ननद ने उसे बुरी तरह पीटा और छत से धक्का दे दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई और 22 दिनों तक उसका इलाज चला। इसके बाद वह वापस अपने मायके आ गई।
पीड़िता का आरोप है कि जब उसने पति और ससुराल वालों के खिलाफ केस दर्ज कराया, तो वे बौखला गए। 22 अप्रैल को उसका पति उसके घर आया और उसके साथ मारपीट की। उसने उसे और उसकी बेटी को जान से मारने की धमकी भी दी और मारने के लिए दौड़ा, लेकिन पीड़िता ने कमरे में छिपकर अपनी जान बचाई। अब पीड़िता पुलिस से न्याय की गुहार लगा रही है। रामपुर माझा पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।