गाजीपुर। सिधौना में प्रखर समाजसेवी पंडित रामाधार मिश्र की पांचवीं पुण्यतिथि श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गई। इस अवसर पर सुंदरकांड का संगीत मय पाठ किया गया और पाँच सौ असहाय, निर्धन, दिव्यांग, वृद्ध और विधवाओं को कंबल वितरित किए गए।
राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) आयुष, खाद्य सुरक्षा और औषधीय प्रशासन विभाग उ0प्र0, डॉ. दयाशंकर मिश्र ने श्रद्धांजलि सभा में बोलते हुए कहा, “केंद्र सरकार ने हर वर्ग, विशेषकर गरीब, युवाओं और महिलाओं के लिए कई योजनाओं की घोषणा की है। इस बजट में कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, रोजगार और सामाजिक कल्याण पर विशेष ध्यान दिया गया है, जो विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि में मील का पत्थर साबित होगा।” उन्होंने आगे कहा कि प्रयागराज का महाकुंभ विश्व का सबसे बड़ा मानवीय और आध्यात्मिक सम्मेलन है और प्राचीन भारत के निर्माण में प्रयागराज की केंद्रीय भूमिका रही है। यह शैव, शाक्त और वैष्णव संप्रदायों की मिलन भूमि और कला, साहित्य तथा संस्कृति के अभ्युदय का सूत्रधार है। अंतरराष्ट्रीय मानस मर्मज्ञ साध्वी लक्ष्मीमणि शास्त्री ने कहा कि सनातन संस्कृति और मानवीय परंपराओं का पालन करना हर देशवासी का कर्तव्य है। उन्होंने बिछुड़न नाथ महादेव धाम बभनौली में महा शिवरात्रि पर 22 फरवरी से 24 फरवरी तक होने वाले सवा करोड़ पार्थिव शिवलिंग रुद्राभिषेक के पुण्यलाभ का महत्व समझाया।
इस अवसर पर देवव्रत चौबे, देवराज सिंह, आशीष यादव, राघवेंद्र पाठक, रामतेज पांडेय, श्रवण कुमार मिश्र, कमलेश सिंह, रामजी पांडेय, गौरव राठी, संजीव शाह, आनंद अग्रवाल, डॉ. हरदत शुक्ला, सुधीर त्रिपाठी और प्रमोद राय सहित कई लोग उपस्थित रहे।