गाजीपुर। स्वास्थ्य विभाग का भी अजीबो-गरीब मामला देखने को मिलता है। एक ऐसा ही मामला नंन्दगंज के भारत अल्ट्रासाउंड सेंटर का देखने को मिल रहा है। जहां डॉक्टर के मृत्यु हो जाने के बाद भी अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट पर हस्ताक्षर कर रिपोर्ट को वेरिफाई कर दिया जा रहा था । जिसकी शिकायत सीएम, डिप्टी सीएम, समेत सीएमओ के शिकायत के बाद स्वास्थ महकमा में हड़कंप मच गया और सूत्र बताते हैं कि आनन फानन में एसीएमओ समेत आला अधिकारी उक्त सेंटर पर छापेमारी किया। जिससे नंन्दगंज बाजार में हड़कंप मच गया।
दरअसल विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो नंन्दगंज स्थित भारत अल्ट्रासाउंड सेंटर के डाॅक्टर विनोद कुमार राय की विगत सप्ताह मृत्यु हो गई थी लेकिन तभी भी उक्त अल्ट्रासाउंड सेंटर के द्वारा अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट पर डाॅक्टर का हस्ताक्षर कर मरीजों को रिपोर्ट दिया जा रहा था। पड़ताल के बाद पता चला कि 14 मई को भी एक अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट पर हस्ताक्षर कर के दिया गया था।
आश्चर्यजनक बात तो यह है कि मरे हुए डाॅक्टर का हस्ताक्षर कौन कर रहा था, क्या सीएमओ डॉ देश दीपक पाल को भी नहीं थी इस प्रकरण की जानकारी। न जाने कितने मरीज अल्ट्रासाउंड कराकर कितने डाॅक्टरों को दिखाया होगा। क्या भारत अल्ट्रासाउंड सेंटर के संचालक मिजुबुल्ला सिद्दीकी पर सीएमओ साहब करेंगे कार्यवाही। फिलहाल मामला खुलासा होने के बाद हर कोई हैरान हैं।