जमानियां। विकास खंड के स्थित एक आवास में बैठे ग्राम विकास अधिकारी को बिजलेंश कि टीम ने मंगलवार कि दोपहर करीब 2:50 बजे घुस लेते रंगे हाथ पकड़ कर कोतवाली ले आयी। जहां से मुकदमा दर्ज कर पकड़े गये अभियुक्त को जेल भेज दिया।
बिजलेंश टीम के प्रभारी उपेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि निःवर्तमान ग्राम प्रधान संतोष कुमार शर्मा द्वार शिकायत की गयी थी कि पंचायत भवन के निर्माण में करीब 53000 रुपये का मजदूरी भुगतान बकाया है। जिसको लेकर कई बार पत्राचार किया गया लेकिन ग्राम विकास अधिकारी द्वारा दस हजार का रिश्वत मांगा जा रहा था। जिससे परेशान हो कर संतोष ने शिकायत की थी। जिस पर संतोष को केमिकल युक्त नोट ग्राम विकास अधिकारी को देने के लिए दिये गये और वही नोट ग्राम विकास अधिकारी के पास से नोट कि बरामद की गयी है। जिसके विरूद्ध नियम संगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया है और कार्रवाई की जा रही है। इस संबंध में जब ग्राम विकास अधिकारी विनय कुमार यादव से वार्ता कि गयी तो उन्होंने बताया कि ग्राम प्रधान द्वारा पंचायत भवन निर्माण में मजदूरी का भुगतान को लेकर दबाव बनाया जा रहा था। जबकि पूर्व में ही उन्हें अधिक भुगतान किया जा चुका है। जिसके सापेक्ष पंचायत भवन का कार्य अब तक पूर्ण नहीं है। आज जिस कमरे में अन्य लोगों के साथ बैठा था। वह दरवाजे से अंदर आया और जबरदस्ती हाथ में पैसा सटा कर मेरे जेब में डाल दिया। जिसके कुछ ही सेकेंड के बाद टीम आ गयी और हाथ धुलवा कर पकड़ ली। वही ग्राम विकास अधिकारी के साथ कमरे में मौजूद ग्राम प्रधान अभईपुर बबलू सिंह एवं लल्लन भारती सहित अन्य लोगों ने बताया कि ग्राम प्रधान द्वारा फसाने कि नियत से उन्हें जबरदस्ती पैसा उनके जेब में डाल दिया गया। जबकि इसमें कोई सच्चाई नहीं है। गिरफ्तार करने वाली टीम में संतोष कुमार दीक्षित‚ विजय नारायण प्रधान‚ पुनीत कुमार सिंह‚ सुनील कुमार यादव‚ नरेन्द्र कुमार सिंह‚ अश्वनी कुमार पांडेय आदि रहे।