जमानिया। स्थानीय थाना क्षेत्र के ताजपुर मांझा गांव स्थित निषाद बस्ती में सोमवार की रात में आग ने ऐसा तांडव मचाया की चौदह गरीब निषादों की रिहायशी झोपड़ियां जल कर खाक हो गई। आग की लपटों को देख बस्ती में चीख पुकार मच गया। आग की चपेट में आकर 14 परिवार के लोगों को घर गृहस्थी का सामान, अनाज, आदि जल कर खाक हो गया। घटना की सूचना पर तहसील प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने का आश्वासन दिया।
सोमवार की रात निषाद बस्ती के लोग अपने अपने घरों में थे की अज्ञात कारणों से एक ऐसी झोपड़ी में आग लग गई और हवा की वजह से झोपड़ी में लगी आग तेजी से फैलने लगी और देखते ही देखते एक के बाद एक 14 झोपड़ियों को अपने आगोश में ले लिया। गरीब खुले आसमान के नीचे रात बिता रहे हैं। आग की लपटों को देख बड़ी संख्या में जुटे ग्रामीणों ने आग पर काबू पाने की कोशिश की परंतु वे सफल नहीं हो पाए। ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पंहुची फायर ब्रिगेड की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद देर रात आग पर काबू पाया। आग से मालिक चौधरी, देवमुनि, प्रमिला देवी, सुराही, बच्चन चौधरी, भोला, छट्ठू, फलिन्द्र, बहलु, भोरिक चौधरी, श्री भगवान, नरेंद्र चौधरी, अनिल, राम भरोस चौधरी का एक एक रिहायशी झोपडी जलकर खाक हो गई। आग के कारण का पता नहीं चला। आग की लपटों ने तेज हवा के चलते देखते ही देखते ऐसा विकराल रूप धारण किया कि पूरी बस्ती ही धू-धू कर जल उठी। आग की सूचना पर क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य बसंत यादव अपने समर्थकों के साथ मौके पर पंहुचे तथा आग बुझाने में जुट गए। घटना की सूचना पर रात करीब साढ़े नौ बजे एसडीएम रमेश मौर्य मौके पर पँहुचे तथा ग्रामीणों को क्षतिपूर्ति का भरोसा दिया। वही में लेखपाल और कानूनगो ने पीड़ित परिवारों की क्षति का मूल्यांकन कर रिपोर्ट तहसीलदार को सौंप दिया। इस घटना के बाद सभी परिवार खुले आसमान के नीचे आ गए है।