आश्वासन पर रेल-खंड का ठप्प पडा निर्माण कार्य चौथे दिन हुआ शुरू

आश्वासन पर रेल-खंड का ठप्प पडा निर्माण कार्य चौथे दिन हुआ शुरू

सुहवल। आज चौथे दिन शुक्रवार को मेदनीपुर स्थित आर वी एन एल के कान्फ्रेंस हाल में किसानों एवं ताड़ीघाट मऊ रेल खंड के आरवीएनएल के परियोजना निदेशक सत्यम कुमार अन्य अधिकारियों के साथ सौहार्दपर्ण
माहौल में बैठक के बाद परियोजना निदेशक के द्वारा किसानों को उनकी उचित मुआवजे की मांगों पर विचार करने एवं आला अधिकारियों तक उनकी बात पहुंचाने का आश्वासन देने के बाद किसानों ने परियोजना निदेशक सत्यम कुमार को 15 दिनों का अल्टीमेटम देते हुए एक ज्ञापन भी सौंपा जिसमें किसानों ने उनकी अधिग्रहित जमीन उचित मुआवजा का निर्णय न होने पर पुन र्निमाण कार्य ठप कराने की चेतावनी दी।

वही इसके बाद 3 दिनों से ठप पड़ा निर्माण कर दोपहर बाद शुरू हो गया, मालूम हो कि बीते मंगलवार की देर शाम को मेदनीपुर के पूर्व ग्राम प्रधान रमेश सिंह के नेतृत्व में संबंधित जमीन के अधिग्रहण किसान निर्माण स्थल पर पहुंच हो हल्ला करते हुए सरकार पर यह आरोप लगाते हुए निर्माण बंद करा दिया कि उनकी जमीनें काफी पहले अधिग्रहित कर ली गई आज तक उनकी जमीन का उचित मुआवजा दिए बगैर निर्माण कार्य शुरू करा दिया गया जो किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, यही नहीं किसानों ने यह भी आरोप लगाया कि एक ही गांव में रेट निर्धारित करना संबंधित किसानों के साथ बहुत बड़ा छलावा है जो साफ दर्शाता है कि इसमें काफी विसंगतियां हैं, मालूम हो कि चल रही परियोजना समय-समय पर समीक्षा की जाती है रेलवे के अनुसार प्रगति पोर्टल है जिस पर केंद्रीय कैबिनेट सचिव समय-समय पर समीक्षा करते हैं क्यों प्रगति रिपोर्ट की जानकारी हासिल करते हैं, यही नहीं इस महत्वाकांक्षी परियोजना पूरी निगरानी पीएमओ कार्यालय करता है जो सीधे हर 2 महीने पर अब पूरे हुए कार्यों का ब्यौरा भी तलब करता है, यही नहीं इस परियोजना को लेकर प्रदेश सरकार एवं उसके कैबिनेट सचिव, प्रमुख सचिव ही बराबर समीक्षा करते रहते हैं,इसकी सूचना जब अगले दिन सुबह संबंधित अधिकारियों को हुई तो जिलाधिकारी के निर्देश पर जमानिया के उप जिलाधिकारी सत्यप्रिया सिंह एवं प्रभारी निरीक्षक संजय वर्मा रेलवे के अधिकारियों के साथ मौके पर भारी पुलिस बल के साथ पहुंच गए, इसकी सूचना जब किसानों को हुई तो मौके पर किसान भी पहुंच गए, काफी प्रयास के बाद भी किसान उनकी अधिकृत जमीन का उचित मुआवजा मिलने तक निर्माण कार्य नहीं करने देने की बात कही, जिसके बाद रेलवे में अफरा-तफरी मच गई , किसानों ने मौके पर परियोजना निदेशक को मौके पर बुलाने की मांग पर आज शुक्रवार की सुबह आरवीएनएल के परियोजना निदेशक सत्यम कुमार अपने अन्य मातहतों के साथ मेदनीपुर स्थित आर वी एन एल के कॉन्फ्रेंस हॉल में पहुंचे, जहां पहले से ही मौजूद किसानों सीधे किसी तरह निर्माण कार्य शुरू होने देने की गुहार करने के साथ उनकी समस्याओं पर विचार करने के साथ ही अन्य अधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया, घंटों मैराथन के बाद संबंधित किसानों ने परियोजना निदेशक को 15 दिनों का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि इस समय सीमा के अंदर उनकी सभी मांगों को पूरा किया जाए अन्यथा पुनर्नर्माण कर ठप्प करा दिया जाएगा, केन्द्र सरकार की यह महत्वकांक्षी 51 किमी लंम्बी करीब 1766 करोड़ से ताडीघाट मऊ रेल खंड परियोजना दो चरणों मेें पूूूूरी की की जानी है इसकी आधारशिला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीते 14 नवंम्बर 2016 को रखी थी, जिसका अभी पहले खंड के तहत निर्माण कार्य जारी है ।जबकि दूसरे खंड के तहत गाजीपुर घाट से मऊ तक होने वाले निर्माण कार्यों के लिए सर्वे का काम करीब पूरा हो चुका है।ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से पूर्व प्रधान रमेश सिंह, मटरू सिंह, डबल सिंह, अशोक सिंह, जंगबहादुर सिंह, लालू सिंह, बिजू सिंह, कमल सिंह, बल्लू पांडेय, मोहन मिश्रा अादि रहे। इस मामले में आर वी एन एल के परियोजना निदेशक सत्यम कुमार ने कहा कि रेलखंड के तहत अधिग्रहित मेदनीपुर गांव के संबंधित किसानों के साथ सौहार्दपूर्ण माहौल में बातचीत की गई, इसके बाद निर्माण कार्य आज दोपहर बाद शुरू हो गया, उन्होंने कहा कि उनकी प्रमुख मांगों में अधिग्रहित जमीन एक ही रेट निर्धारित करने की मांग रही इसको लेकर किसानों ने 15 दिनों का समय दिया है कहा कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा, जो भी रेलवे अधिनियम के तहत उचित होगा उनकी हर मांगों को नियमों के साथ पूरा करने का प्रयास होगा ।