कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़- भूमि संरक्षण अधिकारी के के सिंह

कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़- भूमि संरक्षण अधिकारी के के सिंह

जमानिया। कृषि विभाग कि ओर से स्‍थानीय विकास खंड परिसर में “कृषि निवेश मेला एवं रवी गोष्ठी” का आयोजन सोमवार कि सुबह करीब 10 बजे किया गया है। जिसमें पशु पालान विशेषज्ञ एवं कृषि वैज्ञानिक द्वारा खेती के साथ पशुपालन के बारे में किसानों को जानकारी दी गयी।

कार्यक्रम का शुभारम्भ स्थानीय विधायक प्रतिनिधि सुनील सिंह एंव भूमि संरक्षण अधिकारी केके सिंह ने दीप प्रज्जवलित कर किया। किसान मेले में कृषि यंत्र, हाईब्रिड बीजों, जैविक दवाओं आदि के साथ किसान पंजीकरण, फसल बीमा आदि से सम्बंधित स्टाल लगाये गये। वहीं गोष्ठी के माध्यम से कृषि वैज्ञानिकों ने उन्नत बीज, खाद के साथ खेती के गुण बताये। वही पशु पालन विशेषज्ञ डां डीपी श्रीवास्‍तव ने पशु प्रजनन की आवश्यकता, पशुओं के स्वस्थ प्रबंधन, चारा व दाना के समुचित प्रयोग के बारे में चर्चा किया। साथ ही अधिकाधिक पशुपालन पर बल दिया। भूमि संरक्षण अधिकारी केके सिंह ने कहा कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। कृषि, भारत में सबसे बड़ा रोजगार प्रदान करने वाला क्षेत्रा है तथा साथ ही साथ अधिकतर व्यक्तियों का जीविका का प्रदान करने वाला साधन भी है। किसान मेला में आये क्षेत्र के किसानों को खेती गुण समझाते हुए कृषि वैज्ञानिक डां शिव कुमार सिंह ने कहा की खेतों की जितनी अधिक जुताई की जाती है। खरपतवार उतने ही कम उगते है। विभिन्न फसलों को 16 पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। जिसमें 13 तत्व पौधे जमीन से लेते है। ऐसे में खेती से पहले खेत की मिट्ठी की जांच करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि सही बीजों का चुनाव करने के साथ ज्यादा से ज्यादा जैविक खादों का उपयोग करे। समय से पानी दवा आदि का छिड़काव कर अच्छी पैदावार पायी जा सकती है। उन्होंने किसानों से गेहूं आदि रवी फसलों की जानकारी के साथ नयी व उन्नत तकनीक का इस्तेमाल करने व कम लागत में अधिक पैदावार की जानकारी दिया। इस मौके पर क्षेत्र के दूर दराज से आये किसानों ने स्टालों पर जाकर कृर्षि से जुड़ी नई जानकारियां लेते देखे गये। इस अवसर पर बीडीओं नान्‍हू राम, एडीओं कृषि अंकित कुमार सिंह, दीपक कुमार सिंह, भाष्‍कर दूबे, नारायण बिन्‍द, निरज तिवारी आदि सहित समस्‍त कर्मचारी एवं किसान उपस्थित रहे। कार्यक्रम कि अध्‍यक्षता विधायक प्रतिनिधि सूनील कुमार सिंह एवं संचालन मृत्‍युंजय कुमार सिंह ने किया।