जमानियां। विकास खंड के रायपुर गांव के प्राथमिक विद्यालय पर मंगलवार को सस्ते गल्ले की दुकान के आवंटन हेतु लिए खुली बैठक का आयोजन किया गया। जो ग्रामीणों के विरोध के बाद स्थगित कर दिया गया। वही ग्रामीणों ने एडीओ पंचायत सहित अन्य अधिकारियों को गांव में ही बंधक बना लिया और गांव से निकलने नही दिया। वही पुलिस बल की मौजूदगी में अधिकारियों को गांव से निकाला गया।
रायपुर गांव में सुबह से ही चलह पहल थी और कोटे की दुकान का आवंटन के लिए गांव के लोग अपने अपने पक्ष के दावेदार के साथ खडे रहे। विकास ख्ांड से एडीओं पंचायत अपनी पूरी टीम के साथ जैसे ही गांव मे पंहुचे तो गांव में प्राथमिक विद्यालय के अंदर जाने से एक पक्ष ने इनकार करते हुए अपना विरोध जताया। जिस पर पूरी टीम ने ग्रामीणों को समझाने बुझाने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण नहीं माने। जिसके बाद एडीओ पंचायत ने बैठक स्थगीत की घोषण कर वापस निकलने लगे तो ग्रामीणों उनकी जीप के सामने खड़े हो गये और विरोध करने लगे। जिस पर अधिकारियों ने पुलिस बल को मौके पर बुलवाना और पुलिस के समझाने बुझाने के बाद विकास खंड की टीम गांव से निकल पायी। इस संबंध में एडीओं पंचायत प्रेम प्रकाश दूबे ने बताया कि गांव के प्राथमिक विद्यालय में सत्ते गल्ले की दूकान के आवंटन हेतू खुली बैठक बुलाई गयी थी। जिसमें गांव के एक पक्ष द्वारा प्राथमिक विद्यालय में प्रवेश न करने से बैठक का कोरम पूरा नही किया जा सका और बैठक स्थगीत कर दी गयी। गांव में दो फाट होने की वजह से परेशानी आ रही है। जब तक कोटे की दूकान का आंवटन नही होगा तब तक गायघाट के कोटे से ग्रामीण खाद्यान ले सकेंगे। वही उन्होंने ग्रामीणों द्वारा वाहन को रोके जाने और पुलिस की मौजूदगी में गांव से बाहर निकलने की बात कही। इस अवसर पर एडीओ कृषि अंकित कुमार सिंह, ग्राम पंचायत अधिकारी जय प्रकाश, ग्राम पंचायत अधिकारी दीपक सिंह सहित ग्रामीण मौजूद रहे।