ग्राम प्रधान व कोटेदार में आपसी सामंजस्य जरूरी-पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह

ग्राम प्रधान व कोटेदार में आपसी सामंजस्य जरूरी-पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह

गहमर। तहसील क्षेत्र सेवराई ग्राम स्थित पूर्व पर्यटन मंत्री ओम प्रकाश सिंह के आवास पर बुद्धवार को भदौरा विकासखंड के सभी ग्राम प्रधानों एवं कोटेदारों की आवश्यक बैठक आहूत की गई। जिसमें दोनों के समस्याओं को सुनते हुए उसके निस्तारण पर चर्चा की गई।

पूर्व पर्यटन मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने ग्राम प्रधानों एवं कोटेदारों को संबोधित करते हुए कहा कि ग्राम प्रधान जहां जनता का सेवक होता है वही कोटेदार गरीब जनता का भरण पोषण करता है। दोनों को ही आपसी सामंजस्य एवं तालमेल बिठा कर रखना चाहिए। जिससे गांव की गरीब जनता को अपने हक के लिए परेशान और निराश न होना पड़े। सामाजिक तौर पर दोनों की जिम्मेदारियां अलग-अलग नहीं है,ऐसे में दोनों को अपने कार्यों के प्रति ईमानदार होना चाहिए।खाद्यान्न वितरण प्रणाली में होने वाली विसंगतियों के कारण आम जनमानस परेशान है। निरंकुश शासन में किसी को अपनी समस्या बोलने का हक नहीं है। हमें अपनी समस्या खुद ही भूल जानी पड़ेगी इसके लिए ग्राम प्रधानों और कोटेदारों का आपसी तालमेल और सामंजस्य बेहद जरूरी है। उन्होंने बीते दिनों मिश्रवलिया के ग्राम प्रधान प्यार चंद राम एवं क्षेत्र पंचायत सदस्य अश्वनी कुमार तिवारी के द्वारा कोटेदार के खिलाफ जलकुंभी से भरे पोखरे में गर्दन भर पानी के अंदर खड़े होकर प्रदर्शन करने के मामले में बताते हुए कहा कि आप सभी बुद्धिजीवी हैं और अपने विवेक का प्रयोग करते हुए इस तरह की घटना ना दोहराए जाये। जिससे समाज में दोनों की छवि बरकरार रहे।
इस मौके पर ग्राम प्रधान कमलेश कुशवाहा, राम प्रताप सिंह, प्रतिनिधि मन्नू सिंह, रजनीकांत सिंह, अनिल यादव, धर्मेद्र पांडेय, दिनेश लाल श्रीवास्तव, दया पाण्डेय, पप्पू प्रधान आदि सहित कोटेदार और ग्राम प्रधान मौजूद रहे।