गाजीपुर। जिलाधिकारी के0बालाजी ने सोमवार को धान क्रय केन्द्र मरदह का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान मौके पर 03 किसानों द्वारा अपने धान का तौल कराने हेतु उपस्थित थे। धान क्रय केन्द्र पर मात्र एक ही तौल काटा क्रियाशील हाने के कारण उक्त किसानों द्वारा लेकर आये गये धान का तौल नही हो पा रहा था। उन्होने कहा कि धान क्रय की समीक्षा बैठकों में बार-बार निर्देश दिया जाता है कि प्रत्येक धान क्रय केन्द्र पर 02 तौल काटा क्रियाशील रखा जाय। इसके बावजूद उक्त क्रय केन्द्र पर एक ही तौल काटा का प्रयोग किया जा रहा है। ऐसे में शासन की मंशा के अनुसार प्रतिदिन 600 कुन्तल धान क्रय का लक्ष्य प्राप्त कर पाना संभव प्रतीत नही हो रहा है। जिलाधिकारी ने रतन कुमार शुक्ला जिला
खाद्य्य एवं विपणन अधिकारी, के धान क्रय केन्द्रो पर पर्यवेक्षणीय शिथिलता एवं जितेन्द्र कुमार सिंह विपणन निरीक्षक धान क्रय केन्द्र मरदह, पर निरीक्षण टोकन वितरण पंजिका का अपलोकन करने पर पाया गया कि 06 दिसम्बर, 2018 के पश्चात् के तिथियों में किसानों का टोकन जारी करने का उल्लेख नही किया गया। मौके पर जिन किसानों से धान क्रय किया जा रहा था उन किसानों का नाम एक दूसरे टोकन रजिटर में दर्ज पाया गया। जिससे स्पष्ट हुआ कि धान क्रय में मनमाने तरीके से किसानों को बुलाकार अपने मर्जी के अनुसार धान क्रय किया जा रहा है। जिसपर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने शासन की मंशा अनुसार धान क्रय नही किये जाने तथा कार्य में लापरवाही पर चेतावनी देते हुए भवष्यि में सचेत रहने का निर्देश दिया। इस प्रकार की पूनरावृत्ति पुनः परिरक्षित होती है तो सम्बन्धित के विरूद्ध
आवश्यक कार्यवाही की जायेगी।