तहसील प्रशासन कर रहा जागरूक

तहसील प्रशासन कर रहा जागरूक

जमानियां। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में वोट डालने पर कोई गड़बड़ी नहीं हो सकेगी। इसके लिए निर्वाचन आयोग ने जिला मुख्यालय से लेकर तहसील तक वीवीपैट मशीनें लगवा दी हैं, ताकि इस संबंध में मतदाताओं में फैला भ्रम दूर किया जा सके और मतदाताओं को इस मशीन के बारे में बताया जा सके। ईवीएम पर उठ रहे थे सवाल को देखते हुए तहसील प्रशासन की ओर से स्‍थानीय तहसील में वीवीपैट मशीन लगायी गयी है। जहां प्रतिदिन 25 से 50 लोग मॉक वोटिंग कर तथा ईवीएम और वीवीपैट मशीन के बारे में जानकारी ले रहे है।

तहसील के बरामदे में लगे ईवीएम मशीन में मॉक वोटिंग कर इसकी जानकारी लेने वालो की संख्‍या बढती जा रही है। तहसील में दूर दराज से अपने मुकदमे या अन्‍य किसी काम से आये लोग इस मशीन को देख कर आकर्षित हो रहे है। वही इस मशीन का प्रयोग कर ग्रामीण इस मशीन के बारे में जानकारी भी ले रहे है। गुरूवार को अनुपम तिवारी, सुधीर कुमार, राकेश, पंकज आदि ने मार्क वोट कर इस मशीन की जानकारी ली । इस संबंध में वीवीपैड के साथ तैनात कर्मचारी अंगद कुमार ने बताया कि लोगों को सिंबोलिक वोट डलवाकर दिखाया जाता है। ईवीएम में मतदान का बटन दबने के बाद वीवीपैट पर आपने किसको मत दिया यह स्क्रीन पर दिखता है। परिणाम स्क्रीन पर करीब सात सेकेंड तक रहता है। इसके बाद वह हट जाता है और उसकी पर्ची वीवीपैट मशीन में गिर जाती है जो चुनावों में सीलबंद रहती है। किसी विवाद की स्थिति में उस पर्ची से पड़े मतों को देखा और गिना जा सकेगा। ईवीएम से मतदान पूरी तरह सुरक्षित है और लोग इसका प्रयोग कर संतुष्‍ट हो कर जा रहे है। उनकी आशंकाओं काे पूरी तरह से क्‍लियर किया जा रहा है।