धान क्रय केन्द्रो पर किसी भी प्रकार की शिकायत बर्दाश्त नही-जिलाधिकारी

धान क्रय केन्द्रो पर किसी भी प्रकार की शिकायत बर्दाश्त नही-जिलाधिकारी

गाजीपुर। जिलाधिकारी ओम प्रकाश आर्य की अध्यक्षता में शुक्रवार को राइफल क्लब सभागार में मुख्यमंत्री की विकास प्राथमिकता कार्यक्रम में 50 लाख से अधिक लागत के निर्माण कार्य (सड़को को छोड़कर) क्रिटिकल गैप्स योजना एवं मुख्यमंत्री की घोषणाओं की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई।

बैठक में आवास विकास, वेलनेस सेन्टर,आई0टी0आई0 निर्माण, प्रा0 स्वा0 केन्द्रो की स्थापना,नलकूप, पर्यटन स्थल,गो आश्रय स्थल,आयुष्मान भारत योजना,धान क्रय, स्वच्छ भारत मिशन, आवास, जल निगम, सड़को के निर्माण, सेतु निर्माण, छात्रवृत्ति, कन्या सुमंगला योजना, आई0सी0डी0एस0 आदि की समीक्षा की गयी। आयुष्मान भारत योजना मे कार्ड बनाने की गति बढाने का निर्देश दिया एवं डिप्टी आर0एम0 ओ0 को निर्देश दिया कि धान क्रय केन्द्रो पर किसी प्रकार की शिकायत नही आनी चाहिए पहले से ही धनराशि एवं बोरे की उपलव्धता सुनिश्चित कर ली जाय। स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत डी0पी0आर0 ओ0 को निर्देश दिया कि 25 नवम्बर तक शत प्रतिशत शौचालय का कार्य पूर्ण करा लिया जाय। कन्या सुमंगला योजना के बावत जिला प्रोवेशन अधिकारी ने बताया कि आनलाईन किया जा रहा है शीघ्र ही लाभार्थियो के खाते मे पैसा भेजने की कार्यवाही की जायेगी। जिसपर जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि यह सरकार की प्राथमिकता का कार्यक्रम मे इसमे किसी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नही होगी। उन्होने सभी कार्यदायी संस्थाओ को निर्देश दिया कि जो परियोजनाएं पूर्ण हो चुकी है उसे जल्द से जल्द हैण्डओवर किया जाय।
जिलाधिकारी बैठक में मुख्य मंत्री के घोषणाओ एवं लक्ष्य को मानक के अनुरूप एवं गुणवत्तापुर्ण कार्य कराने का निर्देश दिया। बैठक में जिलाधिकारी ने सेतुनिर्माण, स्वास्थ्य विभाग, छात्रवृत्ति, सामुहिक विवाह, पेंशन, पर्यटन, सिंचाई विभाग, आवास विकास, एवं अन्य विन्दुओ पर विस्तारपूर्वक समीक्षा की। उन्होने निर्माण कार्य मे कम प्रगति वाले कार्याे पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी निर्माण एजेंसी के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि कार्याे को पूर्ण गुणवत्ता एवं मानक के अनुसार निर्धारित समय के अन्दर पूरा करने की कार्यवाही सभी अधिकारियों द्वारा की जाये। उन्होने स्पष्ट किया कि निर्माण कार्याे में किसी भी स्तर पर लापरवाही को बहुत ही गंभीरता से लिया जाएगा और संबंधित विभाग के अधिकारी उसके लिए पूर्ण रूप से जिम्मेदार होगे।

बैठक मे मुख्य विकास अधिकारी हरिकेश चौरसिया, मुख्य चिकित्साधिकारी जीसी मौर्या, परियोजना निदेशक विजय प्रकाश वर्मा, संख्याधिकारी राजेश चौहान एवं अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।