जमानियां। कोतवाली क्षेत्र के देवरियां गांव स्थित उमा खरवार के छत पर एक नवजात मिलने से सनसनी फैल गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने नवजात का मेडिकल करा कर सीडब्लूसी बाल कल्याण समिति को सौप दिया।
ग्रामीणों के अनुसार देवरियां गांव निवासी उमा खरवार के घर के छत पर छप्पर के अंदर लगे उपले को लेने नाती झमेलू सुबह करीब 6 बजे पहुंचा तो उपले पर रखा नवजात आहट सून कर रोने लगा। नवजात के रोने की आवाज सून कर झमेलू ने परिजनों को बताया कि छप्पर के नीचे एक नवजात है। जिस पर परिजन घबरा गये और नवजात को लेकर ग्राम प्रधान के घर पहुंच गये और पूरी घटना बताया। जिसके बाद घटना की सूचना चौकी प्रभारी विजय कांत दिवेदी काे दी गयी। मय हमराही चौकी प्रभारी मौके पर पहुंचे और नवजाति को सीपाही युगेन्द्र यादव, लक्ष्मीना पत्नी दिनबन्धु, प्रमिला पत्नी कपिल मुनी के साथ गाजीपुर महिला एंव बाल चिकित्सालय भेजा दिया गया। वही प्रमिला ने बच्चे को अपने साथ रखने की इच्छा जताई । इस संबंध में चौकी प्रभारी विजय कांत दिवेदी ने बताया कि नवजात को सीडब्लूसी बाल कल्याण समिति के बबिता गुप्ता से वार्त कर उनके हवाले किया गया है। जिसके बाद नव जात को इलाहबाद भेजा जाएगा। जहॉ से नवजात के भरण पोषण के लिए आवेदन कर प्राप्त कर सकता है।
आखिर कैसा पहुंचा नवजात छप पर
उमा के घर से सटे अन्य घर के छत एक दूसरे से सटे हुए है। ऐसा कयास लगाये जा रहे है कि किसी ने नवजात को दूसरे के छत से चढ कर उमा के छप पर छोड दिया लेकिन यह भी बडा सवाल है कि उसे छत पर उपले के घर पर क्यो छोडा। सडक के किनारे, पेड के नीचे या अन्य किसी स्थान पर भी छोडा जा सकता था।