कंदवा(चन्दौली)। क्षेत्र के पिपरदहा गांव में बुधवार की रात पति की मौत का सदमा पत्नी भी बर्दाश्त नहीं कर पायी और उसकी भी मौत हो गई । इससे घर से एक साथ दो दो अर्थियां उठी । माता पिता की चिताओं को मुखाग्नि देते समय पुत्र राधेश्याम फफक कर रो पड़ा। वहीं पीड़ित परिजनों को ढाढस बधाने वाले क्षेत्रीय लोगों का तांता लगा रहा।पति पत्नी की एक साथ हुई मौत की चर्चा क्षेत्र में जोरों पर है ।
पिपरदाहां गांव निवासी इनरमा यादव 70 वर्ष कोल फील्ड से लम्बी नौकरी के बाद सेवानिवृत्त हुए थे। बुधवार की रात वे घर से कुछ दूर बने द्वार पर सोए हुए थे ।रात में लघुशंका के लिए उठे इनरमा यादव को दिल का दौरा पड़ा और पत्नी के आंखों के सामने ही उनकी मौत हो गई। पास में मौजूद पत्नी इनरा देवी 65 वर्ष यह सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाई और पति के शव के पास विलाप कर रही पत्नी का भी दिल का दौरा पड़ने के कारण निधन हो गया । यह देख पास में मौजूद दोनों पोते जोर जोर से रोने लगे ।बच्चों के रोने की आवाज सुनकर बहुएं भी मौके पर पहुंच गईं । महिलाओं का करुण क्रंदन सुनकर पास पड़ोस के लोग भी मौके पर जुट गए। इनरमा यादव के तीन पुत्र ओमप्रकाश , राजेश और राधेश्याम हैं। बड़ा पुत्र ओमप्रकाश भारतीय सेना में सेवारत है तो वहीं 2 पुत्र गांव पर ही रहकर खेती बारी का कार्य करते हैं। दो पुत्रों की अनुपस्थिति के चलते मझले पुत्र राधेश्याम ने जमानिया स्थित गंगा घाट पर माता पिता को एक साथ मुखाग्नि दी ।