जमानियां। प्राचीन रामलीला समिति के अध्यक्ष जय प्रकाश गुप्ता बुधवार की शाम पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर सीआें के तानाशाह पूर्ण रवैये एवं नागरीको पर फर्जी मुकदमें लादने आदि को लेकर प्रार्थना पत्र सौंपा। जिस पर पुलिस अधीक्षक ने कार्यवाही का आश्वासन दिया।
श्री गुप्ता ने पत्रक के माध्यम से आरोप लगाया है कि बीते 23 अक्टूबर 2018 को क्षेत्र अंतर्गत बरुईन गांव में हुए आसिफ खान हत्या कांड में पुलिस सही मुजरिमों तक पहुँचने के बजाये सीओ के दबाव एवं तानाशाह पूर्ण रवैये के चलते बेगुनाह गांव के ही विक्की शर्मा एवं विनोद गुप्ता को फर्जी मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया । जिसके विरोध में तहसील मुख्यालय के सामने रामलीला चबूतरे पर शांतिपूर्ण ढंग से अपनी बात रखने पर सीओं के दबाव में चक्का जाम दिखा पर मुझे और 25 अज्ञात के विरूध मुकदमा दर्ज किया गया है। इसके बाद सरे राह ठेले पर फल विक्रेता के साथ मार-पीट और उनका उत्पीडन कम नही हो रहा है। श्री गुप्ता ने कहा कि सीओ अपने अहंकार और खाकी वर्दी के नशे में चूर है। लोकतंत्र में विरोध सुनने की आदत नही है और उनका विरोध करने वालों पर पद का दुरुपयोग कर मुकदमा दर्ज करा कर फंसा रहे है ताकि कोई विरोध न करे। गुप्ता ने कहा कि उनके दबाव में कराये गये फर्जी मुकदमा तत्काल वापस नही ली जाती और सीओ के खिलाफ विभागीय स्तर पर कार्यवाई नही किया जाता है। तो प्राचीन रामलीला समिति एवं नगर वासियों, व्यापारिगणों के साथ विशाल धरना प्रदर्शन करने को जहां मजबूर होंगे। वही सीओ के कृत्य की निंदा हमेशा किया जाता रहेगा। जय प्रकाश गुप्ता ने यह भी कहा कि सीओ के तानाशाही व फर्जी ढंग से किये जा रहे मुकदमे एवं व्यापारियों का उत्पीडन जब तक बंद नही होगा। तब तक विरोध जारी रहेगा। पुलिस अधीक्षक को दिए गए पत्रक के दौरान सुनील गुप्ता, अरुण गुप्ता, परिमल गुप्ता, अखिलेश राय, शिवजी शर्मा के साथ पीड़ित विनोद की पत्नी उपस्थित रहे।