जमानियां। ग़ाज़ीपुर जनपद के अनन्यतम समाजसेवी,स्वसंकल्प के धनी, स्नातकोत्तर महाविद्यालय ग़ाज़ीपुर, तकनीकी व शोध संस्थान, कृषि विज्ञान केंद्र, आदर्श इंटर कॉलेज तथा होमियोपैथी कॉलेज के रचनाकार, संस्थापक, ख्यातिलब्ध विधिवेत्ता ,बाबू जी के नाम से विख्यात बाबू राजेश्वर प्रसाद सिंह को मृत्यु ने हम सबसे अपहृत किया है।
मृत्यु की सूचना से आहत हिन्दू स्नातकोत्तर महाविद्यालय में शोक सभा का आयोजन कर अश्रुपूरित श्रद्धांजलि दी गई। प्रभारी प्राचार्य डॉ. शरद कुमार के नेतृत्व में शोक प्रस्ताव हिंदी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अखिलेश कुमार शर्मा शास्त्री ने रखा। उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं महाविद्यालय परिवार को सम्बोधित करते हुए उन्होंने बाबू राजेश्वर प्रसाद सिंह को पूर्वांचल का गांधी बताया। ग़ाज़ीपुर में शिक्षा की अलख जगाने वाले मालवीय को आज जब मृत्यु ने हमसे अपहृत किया है शोक का होना स्वाभाविक है। मृत्यु इस संसार का शाश्वत सत्य है ऐसे में दो मिनट का मौन धारण कर गतात्मा की शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना की गई। गहरी संवेदना के साथ महाविद्यालय परिवार ने अश्रुपूरित श्रद्धांजलि दी।
ध्यातव्य है कि हिन्दू स्नातकोत्तर महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ. अनिल कुमार सिंह के आप बड़े पिता जी थे , जिन्होंने अपने बड़े पिता की सीख पर चलते हुए हिन्दू स्नातकोत्तर महाविद्यालय महाविद्यालय का अपने सेवा जीवन में उच्चतम विकास किया। इस अवसर पर डॉ. मदन गोपाल सिन्हा, डॉ. शशि नाथ सिंह, ओमप्रकाश लाल श्रीवास्तव, डॉ. संजय कुमार सिंह, डॉ. अंगद प्रसाद तिवारी, डॉ. संजय सिंह, मनीष कुमार सिंह, महेंद्र प्रसाद गुप्ता,मनोज कुमार सिंह, प्रदीप कुमार सिंह, कमलेश प्रसाद, बलिराम सिंह, विरेन्द्र कुमार राय, संतोष कुमार शर्मा सहित तमाम छात्र छात्राओं आदि ने श्रद्धांजलि दी।