ग़ाज़ीपुर।देश का भविष्य कहे जाने वाले नौनिहालों को कुपोषण से मुक्त रखने के लिए 3 जुलाई से शुरू होने वाले बाल स्वास्थ्य पोषण माह की सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। 3 अगस्त तक चलने वाले इस विशेष अभियान में नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को प्रति सप्ताह दो चरणों में विटामिन ए की खुराक पिलायी जायेगी। इसके लिए 1,491 स्वास्थ्य कर्मचारियों जनपद के विभिन्न चयनित स्थानों पर तैनात किए जाएंगे इसका खाका भी तैयार कर लिया गया है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ जीसी मौर्य ने बताया कि माह भर चलने वाले इस विशेष अभियान में बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाने के साथ ही उनमें रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आवश्यक टीके भी लगाए जायेंगे। अभियान के दौरान नये कुपोषित बच्चों को चिन्हित किया जायेगा। ग्रामीण महिलाओं को अभियान से जुड़ी महिला कार्यकर्तायें दैनिक जीवन में आयोडीन के प्रयोग की उपयोगिता से परिचित करायेंगीं जिससे वह रसोई में आयोडीन युक्त नमक का प्रयोग शुरू कर सकें। ऐसा करके देश का भविष्य कहे जाने वाले बच्चों में आयोडीन की कमी से होने बाले विभिन्न रोगों से सुरक्षित किया जायेगा।जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ आरके सिन्हा ने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के निर्देश पर देश से कुपोषण को मार भगाने के लिए पूरे एक माह चलने वाले इस विशेष अभियान के लिए 497 एएनएम, 497 आशा तथा 497 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा प्रति सप्ताह में दो बार बुधवार और शनिवार को विटामिन ए की खुराक पिलाने का काम किया जायेगा। इस अभियन में खुराक पिलाने के साथ ही इस आयु वर्ग के बच्चों को जीवन रक्षक टीके भी दिये जायेंगे।अभियान में 4.49 लाख बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाकर उन्हें स्वस्थ्य जीवन की मुख्य धारा से जोड़ा जायेगा।उन्होने बताया कि जनपद में 9 माह से 12 माह तक के बच्चे की संख्या 26,272 है जबकि 1 वर्ष से 2 वर्ष के बीच के बच्चों की संख्या 1.12लाख है। वहीं 2 साल से 5 वर्ष तक के बच्चों की संख्या 3.1 लाख है।जिला कार्यक्रम अधिकारी अरविंद व्यास ने बताया कि अब तक कराये गये एक सर्वेक्षण के आधार पर जिले में लाल श्रेणी के कुपोषित बच्चों की संख्या 3,474 हैं जबकि पीले श्रेणी के बच्चों की संख्या 24,717 है।