जमानियां। भाजपा युवा मोर्चा के मंडल मंत्री को सडक निर्माण में गडबडी को देख कर उसकी शिकायत करना महंगा पडा और उसे जान से मारने की धमकी तक दे दी गयी। वही पुलिस तहरीर मिलने के बाद भी मुकदमा दर्ज करने से कतरा रही है। जिससे क्षुब्ध होकर भाजयूमो नेता ने जिलाधिकारी सहित आलाधिकारी को पत्रक भेज कर अपने जान माल की रक्षा करने की गुहार लगाई है।
भले ही पुलिस दावा करें कि शत प्रतिशत पिडितों के मुकदमा दर्ज किया जा रहा है लेकिन सच्चाई यही है कि पुलिस मन माने ढंग से इच्छानुसार मुकदमा दर्ज करती है। भाजयूमो नेता राम नारायण तिवारी का आरोप है कि देवैथा माईनर से अहिमनपुर तक सडक 1900 मीटर निर्माण कराया जाना है। बताया कि देवेथा माईनर से अहिमनपुर तक सड़क क्षतिग्रस्त और लो लाईन एरियां में है। जिससे खेते में जब पानी दिया जाता है तो खेतों का पानी सड़क पर आ जाता है। जिससे सड़कें खराब हो जाती है। उन्होंने कहा कि इसको लेकर जब सड़क निर्माण कर रहे लोगों से कहा गया तो ठेकेदार के कर्मचारी फोन में भद्दी-भद्दी गालियां और जान से मारने की धमकी देने लगे है। जिससे युवा मौर्चा के मंडल मंत्री ने कोतवाली में गुहार लगायी। जिस पर पुलिस ने पीडित ने भाजपा कार्यकर्ता की एक नहीं सूनी जबकि पीडित के पास मोबाईल में रिकाडिंग मौजूद है। कहा कि भाजपा को बदमान करने के उद्देश्य से अधिकारी साक्ष्य होने के बावजूद पीडितों की मद्द नहीं कर रहे है। इस संबंध में पुलिस ने बताया कि मामला संज्ञान में नही है। पीडित का हर संभव मद्द किया जाएगा। यदि किसी ने जान से मारने की धमकी दी गयी है तो निश्चित कार्यवाही की जाएगी।