जमानियां। स्थानीय तहसील प्रांगण में सोमवार को भूमिगत जल संरक्षण को लेकर शपथ ग्रहण उपजिलाधिकारी ने शपथ दिलाई और जल संरक्षण करने का आह्वान किया।
तहसील में आयोजित भू-गर्भ जल संरक्षण सभा में उपजिलाधिकारी रमेश मौर्य ने कहा कि जल संचयन करना भविष्य के लिए काफी जरूरी है। यदि अभी से जल का संचयन नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में हमें जल के एक एक बूंद के लिए जूझना होगा। कहा कि लगातार पेड़ पौधे की हो रही कटाई के कारण बारिश कम होने लगी है। आज से चालीस साल पहले के अनुपात में वर्षा कम हो रही है। तहसीलदार आलोक कुमार ने कहा कि पानी की किल्लत को रोकने के लिए वर्षा का जल संचयन करना आवश्यक हो गया है। बारिश के पानी का संचयन कई विधि से कर सकते है जैसे शॉकपिट, डोभा, तालाब, घर में बहता पानी को रिचार्ज कर बारिश को जल को संचय कर सकते हैं। बारिश का जल संचय होने से जहां पानी जमाव होगा वहां पानी की कमी नहीं होगी। इसलिए जल संचय करना जरूरी है। सभा के आखिर में उपजिलाधिकारी रमेश मौर्य ने अधिवक्ताओं, फरीयादियों, कर्मचारियों सहित आम लोगों को शपथ ग्रहण कराया गया और जल संरक्षण करने की अपील की गयी। इस अवसर पर संजय दूबे, बजरंगी यादव, अशोक यादव, सच्चिदानंद यादव, मनीष राय, लखेश्वर सिंह, ज्ञानसागर श्रीवास्तव, काजी शकील, मुहमम्द इमरान, अशोक गुप्ता, दिग्विजय, फैसल होदा, आजाद वर्मा, आनंद कुशवहा आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।