महिला नसबंदी व अंतरा इंजेक्शन में जनपद ने प्रदेश में लाया प्रथम स्थान

जमानियां समाचार

गाजीपुर। विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा 11 से 31 जुलाई तक जनपद के समस्त स्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से चलाया गया। इसका मुख्य उद्देश्य परिवार नियोजन के साधनों को दंपतियों तक पहुंचाना और स्थाई साधन नसबंदी के लिए प्रेरित करना , ताकि बढ़ती हुई जनसंख्या को स्थिर किया जा सके। यह पखवाड़ा जनपद में स्वास्थ्य विभाग के समस्त कर्मचारियों के सहयोग से चलाया गया, जिसकी बदौलत जनपद ने महिला नसबंदी और अंतरा इंजेक्शन में प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है ।

एसीएमओ व एनएचएम के जनपद प्रभारी डॉ के के वर्मा ने बताया कि साल 2019 में गाजीपुर ने प्रदेश में महिला नसबंदी में तीसरा स्थान प्राप्त किया था। उसको देखते हुए इस साल कुछ अलग करने की रणनीति बनायी गयी । इसके मद्देनजर सारे ब्लॉकों के बीपीएम, बीसीपीएम सहित तमाम स्वास्थ्य कर्मियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम की समय-समय पर समीक्षा की गयी , जिसका नतीजा इस वर्ष महिला नसबंदी और अंतरा इंजेक्शन में जनपद ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है।

उन्होंने बताया कि इस पखवाड़े के दौरान कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत महिला नसबंदी के लिए सभी इच्छुक महिलाओं का पहले कोरोना जांच कराया गया और इस जांच में जो महिलाएं नेगेटिव आई उन सभी को नसबंदी की सुविधा प्रदान की गयी । इस तरह जनपद में कुल 508 महिलाओं ने नसबंदी करा कर जनपद को प्रथम स्थान दिलवाया जबकि 408 महिला नसबंदी के साथ दूसरे स्थान पर चंदौली रहा | तीसरे स्थान पर इलाहाबाद रहा, जहाँ पर 350 महिलाओं को नसबंदी की सुविधा प्रदान की गयी ।

जनपद के रेवतीपुर ब्लाक में 43, जखनिया में 41, बाराचवर में 37, जमानिया में 30, करंडा में 28 महिला नसबंदी हुईं । पूरे जनपद में कुल 508 महिला नसबंदी हुई , जबकि परिवार नियोजन के लिए जनपद में 4711 अंतरा इंजेक्शन लगाए गए। अंतरा इंजेक्शन में जनपद के मिर्जापुर ब्लाक में 601, मोहम्दाबाद में 601, रेवतीपुर में 535 ,जखनिया में 466, देवकली में 456 ,बिरनो में 268 महिलाओं ने अंतरा इंजेक्शन अपनाकर इस राष्ट्रीय कार्यक्रम में अपनी सहभागिता निभाई।