जमानियां। केंद्रीय रेल राज्य एवं दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा बुधवार की रात 8 बजे जीवपुर गांव स्थित गंगा किनारे श्मशान घाट पर पंहुचकर अरुणाचल प्रदेश में बिजली का करेंट लगने से मृत सेना के जवान शहीद विजय यादव को श्रद्धांजलि अर्पित की।
उन्होंने शहीद जवान विजय यादव के पिता को ढांढस बंधाया और कहा कि देश के प्रति फर्ज निभाते हुए शहीद हुए विजय यादव पर हम सभी को गर्व है। विजय यादव युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं। मनोज सिन्हा काफी देर तक शहीद की चिता के पास मौन बैठे रहे। शहीद विजय यादव के पिता ने रुंधे गले से कहा कि उनको अपने पुत्र के न रहने का दुख तो है साथ ही गर्व है कि मेरा बेटा देश के काम आया। मैं अपने बड़े बेटे को भी देश की सेवा के लिए सौंपने को तैयार हूं। बेहद मिलनसार स्वभाव के विजय यादव की अच्छाईयों की बातें सुनकर मंत्री जी समेत वहां मौजूद हर किसी की आंखे भर आईं। महज दो वर्ष की सेवा में ही विजय को मिली शहादत ने गाजीपुर की माटी से एक और सपूत का नाम जोड़ दिया। वहीं गरीबी झेल रहे कृष्णमुरारी यादव के लिए विजय एक उम्मीद की किरण था। विजय की शहादत ने एक बुजुर्ग पिता से उनके बुढ़ापे की लाठी को छीन लिया। कृष्णमुरारी यादव अब अपनी झोपड़ी को पक्का घर में तब्दील करने की तैयारी में थे ताकि जब बेटे की शादी हो तो बहू को परेशानी न हो।परंतु उनके ये अरमान पूरे होने से पहले ही नियति ने हमेशा के लिए विजय को उनसे दूर कर दिया। एसडीएम रमेश मौर्या ने बताया कि शहीद जवान के परिवार को प्रदेश सरकार की ओर से 25 लाख रुपये दिए गए हैं।इस मौके पर दयाराम यादव,रविंद्र यादव,विजय यादव, कमल निगम, रोहित राय, रविशंकर तिवारी, रमाकांत सिंह, सुनील सिंह आदि लोग रहे।