गाजीपुर। जिलाधिकारी के.बालाजी की अध्यक्षता में सोमवार को सायं 06 बजे कर-करेत्तर एवं मासिक स्टाफ बैठक जिला पंचायत सभागार में सम्पन्न हुआ।
बैठक में जिलाधिकारी ने चकबन्दी, व्यापार कर, विद्युत देय, आवकारी , औद्योगिक ऋण, उ0प्र0 वित्त निगम, बैक देय, ग्राम सभा हर्जाना, स्टाम्प , रायल्टी देय, मनोरंजन, नगर पालिका, सग्रह व्यय, जल संस्थाये पट्टा, विरासत, आडिट आपत्ति, अंश निर्धारण हैसियत प्रमाण पत्र के सम्बन्ध विस्तारपूर्वक समीक्षा की। उन्होनें समस्त सम्बन्धित अधिकारियों को अपने लक्ष्य को प्रति माह पूर्ण करने की कार्य योजना बनाकर मूर्त रूप प्रदान करने निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों का आह्वान करते हुए उन्हें निर्देश दिया कि राजस्व प्राप्ति के संबंध में जो विभाग कार्य कर रहे हैं उनके द्वारा अपने-अपने लक्ष्य को प्रत्येक माह पूर्ण करने की कार्य योजना बनाकर उसे अंतिम रूप प्रदान किया जाए ताकि सभी विभागों में राजस्व प्राप्ति के लक्ष्य पूर्ण किए जा सकें। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य है। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही एवं शिथिलता क्षम्य में नहीं होगी। उन्होंने स्पष्ट किया है कि जिन विभागीय अधिकारियों के द्वारा अपने राजस्व लक्ष्यों की प्राप्ति नहीं की जाएगी उनके विरुद्ध कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी। जिसकी जिम्मेदारी स्वयं संबंधित विभागीय अधिकारी की होगी। इसके उपरांत जिलाधिकारी के द्वारा मासिक स्टाफ बैठक में राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक ली। बैठक में मोहम्मदाबाद, सैदपुर, जमानियां के कोर्ट में 122 बी0 के निस्तारण प्रक्रिया कम रही, जिस पर जिलाधिकारी ने विवादित , दाखिल खारिज 122बी0 में विवादित वादो का निस्तारण करने को कहा। व्यापार कर में सदर एवं पिछले वर्ष की अपेक्षा सैदपुर की वसूली बहुत कम रही है । जमानियां एंव सेवराई की वसूली ठीक पायी गयी। जिलाधिकारी ने खाद्य सुरक्षा, व्यापार कर, विद्युत देय, परिवरहन कर, बैंक देय, में जनपद के बडे़ बकायादारो के सम्बन्ध मे जानकारी ली तथा उनसे वसूली एवं शासनात्मक कार्यवाही करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि राजस्व वसूली का कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर करते हुए डिमांड के अनुसार वसूली सुनिश्चित की जाए। इसी प्रकार उन्होंने राजस्व वादों के निस्तारण में समीक्षा करते हुए राजस्व वादों के निस्तारण के संबंध में सभी पीठासीन अधिकारियों द्वारा गहनता दिखाते हुए उनके निस्तारण की गुण एवं दोष के आधार पर तत्काल कार्रवाई करते हुए निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। जिलाधिकारी ने समस्त उप जिलाधिकारीगण, तहसीलदार गण एवं अन्य संबंधित राजस्व अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि राजस्व कार्यों में सभी अधिकारियों द्वारा सरकार की मंशा के अनुरूप चलाए जा रहे प्रत्येक कार्यक्रम में तत्परता दिखाते हुए कार्यों का संपादन किया जाना सुनिश्चित करें। ताकि सरकार की राजस्व योजनाओं का लाभ जन सामान्य को आसानी के साथ प्राप्त हो सके।