गाजीपुर। पुलिस लाइन सभागार में विशेष किशोर पुलिस इकाई का मासिक समीक्षा बैठक का आयोजन मंगलवार को किया गया।
इस बैठक में प्रधान मजिस्ट्रेट विनय प्रकाश सिंह, पुलिस अधीक्षक यशवीर सिंह, मुख्य विकास अधिकारी हरिकेश चौरसिया गाजीपुर, मण्डलीय सलाहकार बाल संरक्षण यूनिसेफ प्रीतेश कुमार तिवारी, जनपद के प्रत्येक थाने के बाल कल्याण पुलिस अधिकारी, विशेष किशोर पुलिस इकाई के प्रभारी जय श्याम शुक्ला, बाल कल्याण समिति, जिला प्रोबेशन अधिकारी अनिल कुमार, समाज कल्याण अधिकारी, आशा ज्योति केंद्र, जिला बाल संरक्षण इकाई, बाल गृह अधीक्षक, आफ्टर केयर होम के अधीक्षक मौजूद रहे।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जनपद के सभी बाल कल्याण पुलिस अधिकारी व विशेष किशोर पुलिस इकाई के अधिकारी को पुनः नामित करते हुए कम से कम 1 वर्ष तक के लिए सम्बंधित थाने में रहेंगे और सभी का एक दिवसीय क्षमता वर्धन कार्यशाला का आयोजन करेगे। पी आर वी वैन व पैंथर मोटर साइकिल द्वारा रोस्टर के हिसाब से आशा ज्योति केंद्र के आस पास सुरक्षा के दृष्टि से ड्यूटी लगाया जाएगा। कोई भी बच्चा मिलता है तो उसे संबंधित बाल कल्याण समिति एवं किशोर न्याय बोर्ड के सामने पेश किया गया जाएगा।
मुख्य विकास अधिकारी हरिकेश चौरसिया ने कहा कि आशा ज्योति केंद्र में जो भी समस्या आ रही है उसको लिखित रूप से जिला प्रोबेशन अधिकारी के माध्यम से मुझे अवगत कराया जाएं। उन्होने कहा की उच्चाधिकारी से वार्ता कर जल्द ही रेडियोलॉजिस्ट एवं न्यूरोलॉजिस्ट, पैथोलॉजिस्ट की नियुक्ति की जाएगी। संबंधित डॉ के नाम व नंबर की लिस्ट आशा ज्योति केंद्र में लगा दिया जाएगा। जिला प्रोबेशन अधिकारी को निर्देशित किया गया है की वो बालिका गृह एवं बालक गृह में स्वयं जाकर अपनी आख्या शाम तक मुझे दे, एवं आशा ज्योति केंद्र की साप्ताहिक प्रगति की भी आख्या दें।
प्रधान मजिस्ट्रेट विनय प्रकाश सिंह के द्वारा बताया गया की शिक्षा विभाग के अधिकारी द्वारा उम्र व शिक्षा के संबंध में श्रश्रठ मेंसमय से उपस्थित न होने के कारण एवं साक्ष्य व गवाह समय से नहीं आने के कारण मुकदमें का समय से निस्तारण कर पाने में मुश्किल होता है।