शहीद परिवारों के सम्मान में पद यात्रा

शहीद परिवारों के सम्मान में पद यात्रा

सुहवल । ताडीघाट निवासी शहीद मेजर विकास सिंह एवं मेदनीपुर निवासी कर्नल योगेश सिंह परिवार सम्मान पद यात्रा आज सत्यदेव इंस्टीट्यूट आफ ग्रुप के प्रबंधक डाक्टर सानंद सिंह अपने सैकडों समर्थकों संग बोरसिया कालेज से शुरू हुई यात्रा धावां, खालिसपुर, बंजारीपुर, बवाडा,तकिया,रानीपुर, घाट,सुखदेवपुर, हमीद सेतु,हिते हुए कालूपुर, मेदनीपुर, ताडीघाट शहीद स्मारक एवं पार्क स्थल पर आ सभा के रूप में तब्दील हो गई इस दौरान डाक्टर सानंद सिंह ने शहीद परिजनों को स्मृति चिन्ह एवं शाल दे उन्हें सम्मानित किया ।

साथ ही दोनों शहीदों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि देने के उपरांत वृक्षारोपण भी किया ।
आयोजित इस शहीद परिवार सम्मान पद यात्रा 80 किमी की दूरी तय की, पैदल यात्रा के दौरान उसमें शामिल लोग हाथों में तिरंगा ले शहीद अमर रहे, देश भक्ति नारे लगा चल रहे थे, यात्रा में दर्जनों लग्जरी वाहन भी चल रहे थे, जिसमें ध्वनि-विस्तारक यंत्रों के जरिए देश भक्ति गीत ने समा बांध दिया ।यह यात्रा जिस रास्ते से गुजर रहा था लोग जगह-जगह फूल मालाओं से शामिल लोगों का गगनभेदी नारों एवं बैंड बाजा के साथ स्वागत कर रहे थे ।यह शहीद सम्मान पद यात्रा एक कारवां का रूप लेता रहा जिन जिन रास्तों से गुजरा लोग शामिल होते गये । आयोजित इस अवसर पर उपस्थित लोगों को संम्बोधित करते हुए डाक्टर सानंद सिंह ने कहा कि शहीद भारत माता का होता किसी विशेष का नहीं, कहा कि शहीद की न कोई जाति होती है नहीं मजहब, उन्होंने कहा कि शहीद देश का गौरव है, जिन्होंने देश के मान-सम्मान के लिए अपने प्राणों को न्योछावर कर दिया।
कहा कि शहीदों की याद में इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य हमारे क्रांतिकारियों व शहीदों के बारे नई पीढ़ी को जागरूक करना है। हमें क्रांतिकारियों व शहीदों का अंतिम सांस तक आभारी रहना है। जिनकी बदौलत देश को स्वतंत्रता मिली और स्वतंत्रता कायम है।इस दौरान डाक्टर सानंद सिंह ने कहा कि अगर शहीद के परिजनों का दर्द जानना हो तो उनसे मिलकर जाना जा सकता है, कहा कि आज जरूरत है शहीदों के परिजनों की सुधि की शासन प्रशासन से मांग किया कि शहीदों के सम्मान में शासन प्रशासन को आगे आना होगा, उनकी सुध लेनी होगी, उन्होंने कहा कि जिन बहादुर सैनिकों ने तिरंगे के लिए अपना सर्वोत्तम बलिदान दिया है हम उन्हें हजारों बार नमन करते है कहा कि शहीदों के सम्मान में जरूरत है दलगत राजनीति से ऊपर उठने की जिसमें तिरंगे एवं राष्ट्रीयता का रास्ता हो ।इस अवसर पर कमलश सिंह टून्ना,दिग्विजय उपाध्याय, दीपक सिंह, झबलू उपाध्याय, संतोष सिंह रिंकू, मनोज यादव, रमेश सिंह, पिंटू पांडेय, इंद्रदेव यादव, देवेन्द्र सिंह, ओंमप्रकाश सिंह, नसीम, शिवजी ,पंकज यादव, आदि मौजूद रहे ।