संचारी रोग नियंत्रण अभियान का तृतीय चरण दो सितंबर से होगा शुरू

संचारी रोग नियंत्रण अभियान का तृतीय चरण दो सितंबर से होगा शुरू

ग़ाज़ीपुर। संचारी रोग नियंत्रण अभियान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के महत्वाकांक्षी अभियान में शुमार है। इस अभियान का तीसरा चरण दो सितंबर से 30 सितंबर तक पूरे प्रदेश में चलाया जाएगा इसको लेकर बुधवार को मुख्य विकास अधिकारी हरिकेश चौरसिया की अध्यक्षता में विकास भवन कार्यालय सभागार में अंतर्विभागीय बैठक हुई।

बैठक में स्वास्थ्य विभाग सहित पशु चिकित्सा , जिला पंचायत राज विभाग, बेसिक शिक्षा विभाग, डब्ल्यूएचओ, माध्यमिक शिक्षा, एग्रीकल्चर, आईसीडीएस के अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। इसके साथ ही जनपद के सभी प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी और अधीक्षक भी मौजूद रहे।
मुख्य विकास अधिकारी ने सभी विभागों के अधिकारियों को संचारी रोग नियंत्रण अभियान से जुड़े हुए माइक्रोप्लान बनाकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को देने की बात कही। उसी माइक्रो प्लान के अनुसार इस अभियान के तहत कार्य किया जाएगा। इस दौरान पिछले चरण में बेसिक शिक्षा विभाग और जिला पंचायत राज विभाग के द्वारा लक्ष्य के सापेक्ष कम उपलब्धि रहने पर, इस बार के अभियान में विशेष ध्यान देने की बात कही गई।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जी सी मौर्य ने बताया संचारी रोग नियंत्रण अभियान दो सितंबर को जनपद में शुरुआत किया जाएगा। इसकी शुरुआत जनपद के जनप्रतिनिधियों के द्वारा की जाएगी और सभी तहसील मुख्यालय पर रैली भी निकाली जाएगी।
उन्होने बताया संचारी रोगों से बचाव एवं रोकथाम हेतु यह अत्यन्त आवश्यक है कि जनसहभागिता के माध्यम से समाज में साफ-सफाई, मच्छरों की निरोधात्मक कार्रवाई, जल जमाव को रोकने की रणनीति तैयार की जाये एवं समाज की सहभागिता से संचारी रोगों के फैलाव को रोका जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में आशा, एएनएम द्वारा मातृ समूहों की बैठक, पानी को क्लोरीन टैबलेट के माध्यम से साफ करने का प्रदर्शन, हाथ धोने का प्रदर्शन, खुले में शौच से मुक्ति, गंदगी व कूड़े के ढेर की सफाई तथा कूड़े का उचित निस्तारण के सम्बन्ध में व्यापक जन जागरूकता के कार्यक्रम किये जाएं।
इस अवसर पर एसीएमओ डॉ डीपी सिन्हा, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, डीपीआरओ, वित्त एवं लेखाधिकारी, बेसिक शिक्षा विभाग, डब्ल्यूएचओ के जिला प्रतिनिधि, वित्त एवं लेखा अधिकारी, माध्यमिक शिक्षा, डिप्टी डायरेक्टर एग्रीकल्चर उपस्थित रहे।