संसार में भगवान का प्रताप कुछ भी कर सकता है- संत राघवाचार्य राहुल जी

संसार में भगवान का प्रताप कुछ भी कर सकता है- संत राघवाचार्य राहुल जी

मतसा। रघुनाथपुर में चल रहे मानव-धर्म-प्रसार प्रवर्तन समाज सेवी संस्था के पाँच दिवसीय बत्तीस वें वार्षिक सम्मेलन में कथाअमृत पान कराते हुए संत राघवाचार्य राहुल जी ने कहा कि संसार में भगवान का प्रताप कुछ भी कर सकता है । संसारी मनुष्य को काम का प्रताप सुखा सकता है लेकिन भगवान के नाम का प्रताप तो ऐसा है कि इसको लेने मात्र से भव सिंधु भी सूख जाता है।

आगे कहा कि जब जीव भगवान से प्रेम करता है तो वह भगवान के नजदीक हो जाता है परन्तु जब भगवान जीव से प्रेम से करते हैं तो जीव को अपने से दूर कर देते हैं। मध्य प्रदेश से पधारी साध्वी शिरोमणि दुबे ने कहा कि सनातन संस्कृति, सभ्यता में स्त्री वर्ग की बड़ी इज्जत थी लेकिन आज पाश्चात्य सभ्यता के प्रभाव में स्त्रियों के साथ गर्भ से लेकर समाज तक हिंसा ,दुराचार हो रहा है। पुत्र तो केवल एक कुल को प्रतिष्ठा दिला सकता ,जबकि कन्या पिता और पति दोनों कुलों की प्रतिष्ठा को चार चांद लगा सकती। आयोजन में संत भिखारी महाराज, पं. शिवजी उपाध्याय और संत दयाराम दास ने भी कथाअमृत पान कराया। कथामंच का संचालन सुखपाल यादव ने किया।