सुख-दु:ख में भागीदारी ही मानव धर्म – सुनील चौरसिया

सुख-दु:ख में भागीदारी ही मानव धर्म – सुनील चौरसिया

जमानियां। कोरोना वायरस covid 19 की वजह से जब से लॉक डाउन लगा है तब से शासन प्रशासन से लगायत समाज सेवी भी पूरी ईमानदारी व तन्मयता के साथ समाज सेवा में जुटे हुवे है।

ऐसे में समाज सेवा के रूप में मिशाल कायम करते हुवे हिन्दू पीजी कालेज के पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष सुनील कुमार चौरसिया हर जरूरतमंदों का सहारा बने हुवे है और प्रतिदिन गरीब व असहायों के लिए कभी मास्क तो कभी सब्जी तो कभी खाद्य सामग्री वितरण कर राहत पहुचाने का काम कर रहे है। इस बाबत सुनील ने बताया कि गरीब असहाय की मदद करना किसी धर्म से कम नहीं हैं और ऐसा विचार हमने अपने गुरु डॉ अखिलेश शर्मा शास्त्री के कर्तब्य बोध से सिखा व विचार किया कि गांव में और क्षेत्र के गरीब और असहाय लोगो की सहायता करना भी मेरे जीवन की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। क्यो कि सफल मनुष्य वही है जो दूसरे के सुख दुःख में काम आ सके व उनके सुख-दु:ख में भागीदार बन सके। इसी को देखते हुवे सोमवार को भी गरीब, असहाय और जरूरतमंदों में खाद्य सामग्री वितरित किया। बताते चले कि सुनील चौरसिया जब से कोरोना नामक वैश्विक महामारी देश मे आई है तब से लगातार जरूरतमंदो के बीच पहुंच कर राहत सामग्री बाट रहे है। इस मौके पर सतीश जायशवाल, विशाल वर्मा, पवन कुमार, मनंजय सिंह, विशाल जायसवाल, विनय कुमार आदि लोग मौजूद रहे।