6 माह से नही मिला वेतन

6 माह से नही मिला वेतन

जमानियां। बिजली सप्लाई को बेहतर बनाने के लिए रात-दिन कार्य करने वाले संविदा कर्मचारियों को बीते 5 – 6 माह से वेतन का भुगतान नही हुआ है। जिससे इन कर्मचारियों में रोष व्याप्त है और इन कर्मचारियों ने कार्य का बहिष्कार सोमवार को कर दिया है। कार्य न करने से क्षेत्र में आपूर्ति सुचारु ढंग से चलाने में दिक्कत आ रही है।

संविदा कर्मचारी बारिश, गर्मी, सर्दी के मौसम में हमेशा बेहतर सप्लाई पर ध्यान देते हैं, लेकिन विभाग के एजेंसी संचालक इन संविदा कर्मचारियों की सुख-सुविधा का किसी भी तरह कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। संविदा कर्मचारियों का आरोप है कि पीएफ तक की सुविधा नहीं मिल रही है। साथ ही संविदा कर्मचारियों को समय पर न्यूनतम वेतन तक नहीं दिया जा रहा है। कर्मचारियों को अभी तक पहचान-पत्र तक नहीं मिला है। बताया कि कोई दुर्घटना होने पर संविदा कर्मचारियों का बीमा तक नहीं है। ऐसे में कर्मचारी स्वयं चंदा एकत्रित करके उसका सहयोग करते हैं। हद तो तब हो गयी जब इन कर्मचारियों का वेतन बीते छः माह से एजेंसी संचालक ने नही दिया। इसको लेकर संविदा कर्मचारियों ने अधिशासी अभियंता को निवेदन पत्र सौंप कर 10 दिनों के अंदर वेतन भुगतान करवाने की गुहार लगाई। लेकिन 10 दिन बाद भी इन कर्मचारियों का भुगतान नही हुआ। जिसके बाद कर्मचारियों ने कार्य का बहिष्कार कर दिया। संविदा कर्मियों के कार्य बहिष्कार से क्षेत्र में समस्या उत्पन्न हो गयी है। स्टेशन बाजार सहित कई जगहों पर तकनीकी खराबी की वजह से लाइट नही जा पा रही है। जिससे उपभोग्‍ता परेशान है। विद्युत विभाग और उसके संचालक की लापरवाही की वजह से संविदा कर्मियों के साथ उपभोक्‍ताओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अधिशासी अभियंता महेन्द्र मिश्रा के मंगलवार को तीन-चार दिनों में वेतन के भुगतान के आश्‍वासन के बाद संविदा कर्मी शाम करीब 4 बजे वापस काम पर जन्‍नत, टुन्‍नू, गोपाल चौबे, मु सलामु, हीरालाल, अरविन्‍द, अक्षय कुमार, सुतुल, ध्रयेन्‍द्र, निरज आदि लौटे। इस संबंध में अधिशासी अभियंता महेन्‍द्र मिश्रा ने बताया कि कार्य बहिष्‍कार समाप्‍त हो गया है अब कोई समस्‍या नही है। चुनाव के समय इस प्रकार का कार्य श्रम्‍य नही है।