ग़ाज़ीपुर। पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत जिले में सात अप्रैल को हुई थी जिसका उद्देश्य जन्म से लेकर 5 वर्ष तक के प्रत्येक बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाना है। इसके तहत जनपद में 5 साल तक के 5.4 लाख बच्चों को पोलियो की दो बूंद पिलाने का लक्ष्य रखा गया था। इसके लिए जनपद में 2009 बूथ बनाए गए थे। इन बूथों के माध्यम से 7 अप्रैल को 3.5 लाख बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई गई जिसमें गाजीपुर ने 66.01 फीसदी कवरेज कर प्रदेश में बूथ पर पिलाए गयी पोलियो की खुराक में पहला स्थान प्राप्त किया है।
जनपद में पोलियो की खुराक पिलाने में मोहम्मदाबाद ब्लॉक सबसे आगे रहा, जिसमें 126 बूथों के माध्यम से कुल 29,327 बच्चों को दवा पिलाई गई। दूसरे स्थान पर देवकली ब्लॉक रहा जहां 121 बूथों के माध्यम से 23,896 बच्चों को पोलियो खुराक पिलाई गई।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ आर के सिन्हा ने बताया कि पल्स पोलियो के लिए जनपद में कुल 2,009 बूथ बनाए गए थे जिसमें गाजीपुर ने प्रदेश में सबसे अधिक 66 फीसदी परिणाम हासिल किया है। 8 अप्रैल से 15 अप्रैल तक के लिए 945 टीमें बनायीं गयी हैं जो घर-घर जाकर छूटे हुए बच्चों को खुराक पिलाने का कार्य कर रही हैं।
एसीएमओ डॉ॰ के के वर्मा ने बताया कि 8 अप्रैल से घर-घर जाकर पोलियो की खुराक पिलाने वाली टीम के द्वारा कुल 39,754 जबकि 9 अप्रैल को 38,808 बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाई गई। उन्होंने बताया कि 5.4 लाख बच्चों को पोलियो खुराक पिलाने का लक्ष्य रखा गया है जिसमें अब तक 82 फीसदी उपलब्धि मिल चुकी है।