मुख्यमंत्री द्वारा ‘‘कन्या सुमंगला योजना‘‘ का 25 अक्टूबर को होगा शुभारम्भ

मुख्यमंत्री द्वारा ‘‘कन्या सुमंगला योजना‘‘ का 25 अक्टूबर को होगा शुभारम्भ

गाजीपुर।जनपद स्थित राईफल क्लब सभागार में सोमवार को जिलाधिकारी ओम प्रकाश आर्य की अध्यक्षता में एक महत्तपूर्ण बैठक सम्बन्धित अधिकारियों संग सम्पन्न हुआ।

उन्होने बताया कि 25.10.2019 को मुख्यमंत्री द्वारा ‘‘कन्या सुमंगला योजना‘‘ का शुभारम्भ लखनऊ में किया जायेगा। इस कार्यक्रम के सजीव प्रसारण को जनपद मुख्यालय पर एलईडी बैन द्वारा तथा ब्लाक स्तर पर टी0वी0 के माध्यम से पूर्वान्ह 11 बजे से अपरान्ह 02 बजे के बीच छात्राओं, आगनवाडी कार्यकत्रियों तथा आमजन मे इस योजना का सजीव प्रसारण प्रसारित कराया जायेगा। बैठक मेें जिलाधिकारी ने बताया कि योजना के शुभारंभ के लिए जनपद स्तर पर कार्यक्रम का आयोजन जिला पंचायत सभागार में किया गया है।
उन्होने बताया कि योजना का मुख्य उद्देश्य कन्या भ्रूण हत्या को समाप्त करना, समान लैंगिक अनुपात स्थापित करना, बाल विवाह जैसी कुप्रथा को रोकना, बालिकाओं के स्वास्थ्य व शिक्षा को प्रोत्साहन देना, बालिकाओं को स्वावलंबी बनाने में सहायता प्रदान करना, बालिका के जन्म के प्रति समाज में सकारात्मक सोच विकसित करना है। इस योजना में पात्रता हेतु लाभार्थी उ0प्र0 का निवासी तथा उसके पास राशन कार्ड/आधार कार्ड/वोटर पहचान पत्र/विद्युत/टेलीफोन का बिल मान्य होगा, उसकी पारिवारिक वार्षिक आय अधिकतम रू0 तीन लाख हो। परिवार में अधिकतम दो ही बच्चियों को योजना का लाभ मिलेगा। कन्या सुमन्गला योजना में धनराशि का वितरण छः श्रेणियो में किया जायेगा। प्रथम श्रेणी में बालिका के जन्म होने पर रूपये दो हजार, द्वितीय श्रेणी में बालिका के एक वर्ष तक के पूर्ण टिकाकरण के उपरान्त रूपये एक हजार। तृतीय श्रेणी में कक्षा प्रथम मेें बालिका के प्रवेश के
उपरान्त रू0 दो हजार एक मुश्त। चतुर्थ श्रेणी में कक्षा छः में बालिका के प्रवेश के उपरान्त रू0 दो हजार। पंचम श्रेणी में कक्षा नौ मे बालिका के प्रवेश के उपरान्त रू0 तीन हजार एंव षष्टम श्रेणी में ऐसी बालिकाये जिन्होने कक्षा 12 वी उत्तीर्ण करके स्नातक-डिग्री या कम से कम दो वर्षीय डिप्लोमा कोर्स में प्रवेश लिया हो को रू0 पॉच हजार एक मुश्त दिया जायेगा। अधिक जानकारी हेतु जिला प्रोवेशन कार्यालय में संम्पर्क कर सकते है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी हरिकेश चौरसिया, प्रशिक्षु आईएएस प्रभास कुमार, समस्त उपजिलाधिकारी, तहसीलदार, खण्ड विकास अधिकारी एवं मुख्य चिकित्साधिकारी, परियोजना निदेशक, डीआईओएस एंव सम्बन्धित जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।