जमानियाँ (गाजीपुर)। स्थानीय ब्लाक परिसर में कृषि विभाग के तत्वावधान में सोमवार को प्रमोशन ऑफ एग्रीकल्चरल मैकेनाइजेशन फार इन-सीटू मैनेजमेंट ऑफ क्राप रेजिड्यू (फसल अवशेष प्रबंधन) योजनान्तर्गत कृषक गोष्ठी व निवेश मेला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
गोष्ठी को संबोधित करते उपकृषि निदेशक अतीन्द्र सिंह ने बताया कि किसानों की उन्नति और दोगुना आय के लिए प्रदेश सरकार ने प्रमोशन ऑफ एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन फार इनसीटू मैनेजमेंट आफ क्राप रेज्ड्यू योजनान्तर्गत फसलों के अवशेष प्रबंधन के लिए निर्धारित कृषि यंत्रों पर छूट का प्राविधान देते हुए सब्सिडी की व्यवस्था की है। जिससे कृषि को और भी ज्यादा सुविधाजनक बनाया जा सके। इस योजना से कृषि पर खर्च का बोझ न बढ़े और किसान चिंता मुक्त होकर खेती कर सकें। सरकार के इस कदम से किसान बन्धु कृषि यंत्रों और मशीनों का इस्तेमाल करना सीखेंगे तथा खेती को और भी ज्यादा फायदेमंद बना सकेंगे। फसल अवशेष जलाने से स्मॉग और वायु प्रदूषण के आंकड़े चरम पर पहुँच गये जो चिन्ता का विषय है। किसान फसल अवशेष न जलाये बल्कि उसे कृषि यंत्रों के द्वारा मिट्टी में मिला दे, जिससे खेत की उर्वरा शक्ति बेहतर हो सके। उन्होंने रवि फसलों के बुआई व बेहतर पैदावार पर भी प्रकाश डाला। उक्त मौके पर मुख्य अतिथि पूर्व जिला पंचायत सदस्य वीर बहादुर सिंह, विशिष्ट अतिथि रमाशंकर सिंह, सुनील सिंह, बाबू लाल मानव, शिवानंद सिंह, अमरनाथ सिंह, विनोद सिंह, अंगद सिंह, मनराज यादव आदि लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन कृषि सहायक विकास अधिकारी दीपक कुमार सिंह ने किया।