लिफ्ट कैनाल पहली ही परीक्षा में फेल

लिफ्ट कैनाल पहली ही परीक्षा में फेल

कंदवा(चन्दौली)।नरवन के किसानों को सिंचाई की समस्या से निजात दिलाने के लिए 3735.80 लाख की लागत से अदसड़ में निर्मित 50 क्यूसेक लिफ्ट कैनाल की अंडर ग्राउंड पाइप,पहली ही टेस्टिंग में फेल हो गया।

कैनाल से पानी छोड़ने पर अंडरग्राउंड पाइप लिफ्ट कैनाल से महज 600 मीटर दूर ही फट गई तो वहीं लोहे की पाइप भी फट गई। इससे परियोजना में बड़े पैमाने पर हुई कमीशन खोरी और बंदरबांट की चर्चा क्षेत्र में फैलने लगी है। किसानों का कहना है क‌ि अधिकारियों और ठेकेदारों ने किसानों के हितों के साथ खिलवाड़ किया है।किसानों ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से करने की बात कही है।
नरवन क्षेत्र के किसानों के सिंचाई की समस्या को दूर करने के लिए पूर्व सपा विधायक मनोज सिंह डब्लू की पहल पर वर्ष 2016 में सपा सरकार ने अदसड़ में कर्मनाशा नदी पर 50 क्यूसेक क्षमता के लिफ्ट कैनाल की स्वीकृति दी थी ।लिफ्ट कैनाल का निर्माण शुरू होने पर लंबे समय से सिंचाई की समस्या से जूझ रहे किसानों लगा कि अब उनकी पानी की समस्या दूर हो जाएगी और पानी के लिए उन्हें अब हाय तौबा नहीं मचानी पड़ेगी।लेकिन अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत से 3735.80 लाख की लागत से बना लिफ्ट कैनाल पहली परीक्षा में ही फेल हो गया और अंडर ग्राउंड पाइप लिफ्ट कैनाल की पाइप लिफ्ट कैनाल से महज 600 मीटर दूर ही लीक हो गई। वहीं पाइप फटने के कारण रिटर्न कंप्रेसर से लोहे की पाइप भी फट गई।जिसे देख क्षेत्रीय किसानों में इस परियोजना में बड़े पैमाने पर कमीशनखोरी की चर्चा ने जोर पकड़ लिया है ।क्षेत्र के अदसड़ गांव के पिंटू सिंह, असना के धर्मेंद्र प्रताप सिंह,कम्हरिया के सुरेन्द्र सिंह आदि किसानों ने इसे किसान हितों के साथ खिलवाड़ बताया है। गौरतलब है कि नरवन क्षेत्र में सिंचाई की समस्या को देखते हुए वर्ष 2016 में 50 की क्षमता के लिफ्ट कैनाल की मंजूरी दिया था और नाबार्ड के 3326.79 लाख रुपए लोन की सहायता से मार्च 2016 में निर्माण कार्य शुरू हुआ था। निर्माण कार्य पूर्ण कर लिफ्ट कैनाल को मार्च 2018 में ही चालू कर देना था ।लेकिन समय से लिफ्ट कैनाल चालू नहीं हो सका था।20 माह देर से भी जब लिफ्ट कैनाल बीते 26 अक्टूबर को चालू भी हुआ तो अंडर ग्राउंड पाइप और लोहे की पाइप फट गई और क्षेत्रीय किसानों की आशाओं पर पानी फिर गया। रविन्द्र त्रिपाठी,भोलानाथ सिंह,किसान युवा विकास मंच के अरुण सिंह,पवन जनसेवक,मुग्गन सिंह, महेंद्र यादव आदि किसानों ने इस परियोजना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।

2500 हेक्टेयर भूमि की होगी सिंचाई

कर्मनाशा नदी पर अदसड़ में बने 50 क्यूसेक क्षमता के लिफ्ट कैनाल के सुचारू रूप से चलने पर क्षेत्र के लगभग 2500 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई होगी ।इससे लंबे समय से सिंचाई की समस्या से जूझ रहे किसानों को पानी के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।लेकिन अधिकारियों व ठेकेदारों ने किसानों की आशाओं पर पानी फेर दिया है ।

अदसड़ लिफ्ट कैनाल के निर्माण में हुई धांधली से खिन्न किसान युवा विकास मंच के इंदल सिंह बाबा, नागेन्द्र सिंह,धर्मेन्द्र उपाध्याय आदि लोग इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग को लेकर जल्द ही सांसद व केंद्रीय मंत्री डाक्टर महेन्द्रनाथ पांडेय से मिलेंगे और जांच की मांग करेंगे।

अदसड़ में लगे 50 क्यूसेक क्षमता की लिफ्ट कैनाल को उसकी आधी क्षमता यानी 25 क्यूसेक पर चलाए जाने पर ही पाइप क्षतिग्रस्त हो जा रही है।किसानों का कहना है कि अगर लिफ्ट कैनाल पूरी क्षमता से चलती तो इसका क्या हालत होता ।इसकी उच्च स्तरीय जांच अत्यंत जरूरी है।