राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम के तहत जनपद में शुरू हुआ मोतियाबिंद का निःशुल्क ऑपरेशन

राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम के तहत जनपद में शुरू हुआ मोतियाबिंद का निःशुल्क ऑपरेशन

ग़ाज़ीपुर।राष्ट्रीय अंधता निवारण कार्यक्रम के तहत पूरे वर्ष जनपद में मोतियाबिंद से पीड़ित व्यक्तियों को चिन्हित कर उनका नि:शुल्क ऑपरेशन किया जाता है। लेकिन ठंड का मौसम आते ही इसमें तेजी आ जाती है। इसी क्रम में कार्यक्रम से जुड़े शम्मे गौसिया मेडिकल कॉलेज, सहेडी में सोमवार (11 नवंबर) को हेल्थ सोसाइटी मुगलसराय द्वारा 13 मोतियाबिंद पीड़ित व्यक्तियों का नि:शुल्क ऑपरेशन किया गया और इसके साथ ही जिले के विभिन्न चिकित्सालयों और स्वास्थ्य केन्द्रों में मोतियाबिंद के निःशुल्क ऑपरेशन प्रक्रिया की शुरुआत की गयी।

नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ डीपी सिन्हा ने बताया कि जिला अंधता निवारण कार्यक्रम के तहत नि:शुल्क ऑपरेशन कार्यक्रम चलाए जा रहा है। इसका उद्देश्य दृष्टियहीनों की पहचान और उनका इलाज करके दृष्टि हीनता के मामलों को कम करना, जिले में नेत्र देखभाल सुविधाएं विकसित करना, नेत्र देखभाल सेवाओं के लिए मानव संसाधन विकसित करना, सेवा प्रदान करने की गुणवत्ता में सुधार, नेत्र देखभाल में स्वैच्छिंक संगठनों की भागीदारी सुनिश्चिित करना और नेत्र देखभाल में सामुदायिक जागरूकता बढ़ाना है।
आगे उन्होने कहा कि जिला चिकित्सालय के आईओएल सेंटर गोरा बाजार में प्रतिदिन नि:शुल्क ऑपरेशन किए जा रहे हैं। वहीं सैदपुर और बरुइन स्वास्थ्य केन्द्र में भी अगले 10 दिनों के अंदर नि:शुल्क ऑपरेशन किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त मां दुलेश्वरी नेत्र चिकित्सालय आमघाट में भी नि:शुल्क ऑपरेशन किया जाएगा। जिसमें दवा, खाना, आना-जाना, चश्मा आदि नि:शुल्क दिया जाएगा। इस साल हेल्थ सोसाइटी मुगलसराय के द्वारा निःशुल्क ऑपरेशन करके कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। साल 2018 में कुल 2,401 मोतियाबिंद के ऑपरेशन किए गए।
डॉ डीपी सिन्हा ने बताया कि दृष्टिंहीनता नियंत्रण का राष्ट्रीय कार्यक्रम 1976 में पूरी तरह से केंद्र प्रायोजित परियोजना के रूप में शुरू किया गया था। इसके साथ ही वर्ष 2020 तक दृष्टिहीनों की संख्या 0.3 प्रतिशत करने का लक्ष्य भी निर्धारित किया गया। वर्ष 2006-07 के एक सर्वे के अनुसार दृष्टिाहीनता वर्ष 2001-2002 के 1.1 फीसदी की तुलना में 2006-07 में 1 फीसदी रह गई है।