निजी विद्यालयों के तर्ज पर शासकीय विद्यालयों को किया जाएगा विकसित– जिलाधिकारी

निजी विद्यालयों के तर्ज पर शासकीय विद्यालयों को किया जाएगा विकसित– जिलाधिकारी

जमानियां। क्षेत्र के हेतिमपुर गांव स्थित बीआरसी प्रांगण में विश्व शौचालय दिवस पर मंगलवार को गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें दिवस के उद्देश्यों पर चर्चा की गयी और प्राथमिक विद्‍यालय हेतिमपुर पर शौचालय का शिलान्यास किया गया। 

गोष्ठी कि शुरूआत डीएम ओम प्रकाश आर्य का माल्यापर्ण कर किया गया। जिसके बाद डीपीआरओं अनिल कुमार सिंह ने विश्व शौचालय दिवस के बारे में बताते हुए कहा कि जनपद में कुल 2755 शासकीय विद्‍यालय है। जिसमें से 1953 प्राथमिक तथा 802 उच्चय प्राथमिक है। कहा कि सरकार का उद्देश्य है कि जनपद के सभी विद्‍यालय जहां गेट‚ बाउंड्री‚ शौचालय आदि व्यवस्था नहीं है। उस विद्‍यालय को चयनित कर जल्द से जल्द सभी सुविधायें मुहैया कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि किसी विद्‍यालय में मध्यान भोजन बन रहा है और छत नहीं है उस पर सेड लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जनपद के 250 विद्यालयों को मॉडल विद्‍यालय बनाया जाएगा और जिन विद्यालयों में शौचालय मुत्रालय नहीं बनाया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि 150 संख्या के सापेक्ष बालक और बालियाओं के लिए अलग अलग दो शौचालय‚ तीन मुत्रालय बनाया जाएगा। जिसके बाद जिलाधिकारी ओपी आर्य ने कहा कि शौचालय जीवन को बचाते हैं। ये विभिन्न बीमारियों के प्रसार को रोकने में मदद करते हैं। विश्व शौचालय दिवस पर कायाकल्प योजना के तहत शौचालय‚ पेय जल‚ साफ सफाई आदि कि समुचित व्यवस्था कि जाएगी। उन्होंने कहा कि शासकीय विद्यालयों में पठन पाठन के लिए बेहतर माहौल उपलब्ध कराना है तथा निजी विद्‍यालयों में मिलने वाले सुविधाओं के तर्ज पर शासकीय विद्यालयों को विकसित किया जा रहा है। ताकि इसमें पढने वालों बच्चों को उच्चय स्तर की शिक्षा के साथ अन्य सुविधाये भी मुहैया करायी जा सके। कहा कि राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों में सबको शुद्ध पेयजल और स्वच्छता की सुविधा उलब्ध कराने का लक्ष्य है। उन्होंने इस कार्य के लिए सभी को आगे बढ़ कर सहयोग करने का आवाहन किया और इसको पूरा करने के लिए संकल्पित बताया। जिसके बाद उन्होंने प्राथमिक विद्‍यालय हेतिमपुर अंग्रेजी माध्यम के परिसर में शौचालय और पेय जल के लिए बनाये जा रहे स्थान का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने ईंट रखा और टंकी निर्माण के लिए फावडा चला कर ओजना की शुरूआत की।

किया एबीएसए कार्यालय का निरीक्षण
गोष्ठी के बाद डीएम ने एबीएसए कार्यालय का निरीक्षण किया और एबीएसए धनपति यादव को शिक्षकों के कार्यो एवं बच्चों द्वारा प्राप्त फिड बैक के आधार पर शिक्षकों का इंक्रिमेंट लगाने का निर्देश दिया। वही उन्होंने चेताया कि किसी भी किमत पर बच्चों के भविष्य के साथ खेलवाड़ नहीं होना चाहिए। कहा कि अध्यापकों की सूची उपलब्ध करायी जाए जो शिक्षक ठिक से कार्य नहीं कर रहे है अथवा उनमें सुधार नहीं हो रहा है। वही उन्होंने आंगन बाडी के लिए भवन उपलब्ध कराने की बात भी कही।