धरना-प्रदर्शन कर पुलिस को अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा युवा ने चेताया

धरना-प्रदर्शन कर पुलिस को अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा युवा ने चेताया

मरदह(गाजीपुर)। थाना क्षेत्र के लहुरापुर गांव में 28 अक्तूबर को डेयर फार्म पर दिनदहाङे पुलिस के सामने हुए मारपीट लूट डकैती की घटना का अभी तक आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर व स्थानीय थाने पर दलालों का पूर्ण रूप से कब्जा बिना पैसा का कोई काम नहीं होने पर मंगलवार को अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा युवा के जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह के नेतृत्व में थाने के मेन गेट पर धरना प्रदर्शन किया गया।

सुबह 11 बजे से लेकर दो बजे तक चले धरना प्रदर्शन में पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई तथा लहुरापुर गांव के घटना में थाने के विवेचक एसआई योगेन्द्र पाल द्वारा पैसा लेकर धारा 395 को निकाले जाने का आरोप लगाया।जानकारी के अनुसार 28 अक्तूबर की दोपहर में लहुरापुर गांव निवासी अजीत सिंह के मुर्गा फार्म पर गांव के कुछ दबंग किस्म लोगों ने धावा बोल कर गाली गलौच मारपीट लूट डकैती की थी।यह सब वाकया डायल 100 पुुुलिस के सामने हुई थी।इस मामले में पीङित द्वारा स्थानीय थाने में तहरीर देकर छ: लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा पंजीकृत कराया था।इस मामले को थाने के एसआई योगेन्द्र पाल देख रहे थे।इसी दौरान एक आरोपी जय यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल तो भेज दिया परन्तु विवेचक द्वारा मुकदमा में पंजीकृत धारा 395 को खारिज कर दिया।इस धारा को हटाएं जाने के खिलाफ एसआई को तत्काल विवेचना से हटाने व थाने से स्थानांतरण करने कि मांग को लेकर थाना मुख्यालय गेट पर धरना प्रदर्शन किया गया है।धरने को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष राजकुमार सिंह ने कहा कि योगी सरकार में पीङितो की आवाज को पुलिस द्वारा दबाया जा रहा।थाना से कारखासी बंद नहीं हुई आज तक सङक पर दौड़ रही गाङियो से महिना के नाम पैसा लिया जा रहा है। क्षेत्र में अवैध रूप से शराब,गांजा सहित मादक पदार्थों कि ब्रिकी की जा रही।थाना पर दलालों कब्जा हो गया है।कोई समस्या बिना पैसा का नहीं सुना जा रहा है।थाना का सिपाही, मुंशी,दरोगा, एसआई बिना पैसा का कोई काम नहीं करते। पैसा लेन देन के लिए  बकायदा सुबह से शाम तक थाने में दलालों का दरबार लग रहा है। एसआई योगेन्द्र पाल द्वारा आरोपियों से पैसा लेकर धारा 395 हटाना गलत है।अगर सही तरीके से न्याय नहीं मिला तो हम सङक पर उतरकर व्यापक आन्दोलन को बाध्य होगे। उक्त मौके पर अजीत सिंह, शेषनाथ सिहं, भीम सिहं, संदीप प्रताप सिंह पिन्टू, सुरज सिहं, गुड्डू सिहं, तारकेश्वर सिहं, उदयभान सिहं, शिवनरायण यादव, छोटू सिंह, भानू सिंह, किशन सिहं, वैभव सिंह, अनुप सिहं, आर्यन सिहं सिट्ट, विकास सिंह, मनीष सिंह, अनुराग सिहं, मोनू सिहं, अनिल सिहं, रामनयन, रौनक सिहं, मनिंदर, पप्पू, पिकंल, परमेश्वर, तन्मय, आलोक, सत्यवीर सिहं, आशुतोष सिहं पिन्टू, प्रदीप सिंह, भानुप्रताप सिहं, सोनू सिंह आदि लोग मौजूद रहे।