मरदह(गाजीपुर)। बिरनो ब्लाक के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत भोजापुर में स्वच्छ भारत मिशन योजना के अंतर्गत शौचालय निर्माण में घोर अनियमितता व अन्य कार्यो में धन के बंदरबाट का आरोप लगाते हुए गांव के कांता प्रसाद राजभर के नेतृत्व में दर्जनों लोगों ने शपथ पत्र बयानहलफी के ज़रिए जिलाधिकारी ओपी आर्य को 18 नवंबर को पत्रक देकर जांच की मांग की थी तथा मुख्यमंत्री जन सुनवाई पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई।
जिसको लेकर तुरंत संज्ञान में लेते हुए जेई आर.एस.अमरेन्द्र चौहान ने गांव में पहुंचकर जांच पड़ताल में जुट गये। गांव के गुड्डू सिंह, कांता राजभर, दलसिंगार राजभर, अभय सिंह, आदर्श सिंह, बेचू चौहान, विजय, इंद्रदेव राजभर, फौजदार राम, सेचन राम, मयंक सिंह, आनंद सिंह आदि लोगों का मानना है कि यहाँ तो विकास के नाम लूटो और खाओ चलता है। प्रधानमंत्री पूरे भारत को स्वच्छ देखना चाहते हैं और इसी सपने को सच करने के लिए ‘स्वच्छ भारत मिशन’ योजना के तहत गांव में शौचालय निर्माण के लाखों रुपए दिए गये। लेकिन विभागीय अधिकारी किस तरह पीएम मोदी के सपने को पूरा करने में रुकावट बन रहे हैं। इसका उदाहरण में देखने को मिल सकता है। भोजापुर गांव में 420 शौचालय निर्माण के लिए पचास लाख चालीस हजार बजट आया हुआ था। लेकिन ग्राम प्रधान व सचिव ने मिलीभगत कर जिन लोगों के पहले से उनके घरों में शौचालय बना था। उसी शौचालयों की रंगाई कराकर उस पर इज्जत घर लिखवाकर बजट में आए रुपयों का घोटाला कर लिया गया। सैकड़ों शौचालय आज भी अधूूूूरा है लेकिन पैसा उतार लिया गया है। कुछ धराशायी नजर तो कुछ के छत व दरवाजे आज तक नहीं लगे हुए हैं। इस संबंध में नामित जांच अधिकारी जेई आर.एस.अमरेन्द्र चौहान ने गांव में पहुंचकर पहले दिन बगही मौजा में जांच पङताल किया गया है। तथा बताया कि प्रथम दृष्टि शौचालय निर्माण सहित सभी कार्यो में घोर अनियमितता व धन का बंदरबाट दिखाई दे रहा है। पूरे ग्राम पंचायत का जांच प्रक्रिया पूरा करने के बाद उच्चाधिकारीओं को रिपोर्ट प्रेषित कर दिया जाएगा। दोषी कोई भी बक्सा नहीं जाएंगा। इस दौरान पूरे गांव में हड़कम्प मच हुआ था। लोग एक दूसरे के कानों में बातचीत करते हुए नजर आ थे।