सुहवल। रेवतीपुर गाँव में दो परिवारों से एक साथ उठी तीन अर्थियां माहौल पूरी तरह से हुआ गमगीन, घटना के दूसरे दिन भी नहीं जला गाँव में चूल्हा, काश फुट-ओवरब्रिज रहता तो बच सकती थी दो परिवारों की जान ।
गहमर थाना कोतवाली अन्तर्गत भदौरा रेलवे स्टेशन पर शनिवार की देर रात्रि को ट्रैक पार करते समय ट्रेन के चपेट में आने से रेवतीपुर थाना के रेवतीपुर गाँव निवासी दो अलग-अलग परिवारों के मां-बेटी प्रियंमबदा देवी पत्नी अच्यूचानंद पांडेय उम्र करीब 30 वर्ष जबकि बेटी अर्चिता पुत्री अच्यूतानंद उम्र करीब 12 वर्ष चंदन पांडेय पट्टी,वहीं सबसे छोटी पुत्री अर्चना पुत्री अच्यूतान्द 1 वर्ष गंभीर रूप से घायल हो गई , जबकि दूसरे परिवार के अजीत पांडेय पुत्र सुखराज उम्र करीब 30 वर्ष इन्नर पांडेय पट्टी निवासी की मौत होने के बाद मौके पर पहुंची दिलदारनगर जी आर पी ने शव को कब्जे में लेकर आज आवश्यक लिखापढी के बाद पोस्मार्टम के लिए भेंज दिया, देर शाम पोस्मार्टम के बाद सभी तीनों शवों को उनके परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया, उसके उपरांत मृतकों का अन्तिम दाहसंस्कार गाजीपुर स्थित श्मशान घाट पर कर दिया गया ।इस घटना की जानकारी देर रात्रि को गाँव में होते ही मातम पसर गया, जबकि मृतकों के परिजनों में घटना को लेकर कोहराम मचा हुआ है, संम्बन्धित परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल रहा । मालूम हो कि अच्यूचान्द पांडे अपने पत्नी एवं दो पुत्रियों एवं एक पुत्र के साथ बंगाल अपने ड्यूटी पर जा रहे थे, सभी छोडने के लिए बगल के ही अजीत पांडेय साथ में निकले, भदौरा स्टेशन पर पहुँच ट्रेन का इंतजार करने लगे, तभी स्टेशन मास्टर के तरफ सर ध्वनि-विस्तारक यंत्र से सूचना दी गई कि उक्त ट्रेन प्लेटफार्म एक के बजाए दो पर आ रही है, जल्दी में पहुंचने के प्रयास में ट्रैक पार करते समय उक्त तीनों संम्पूर्ण क्रांति एक्सप्रेस के चपेट में आ गये जिसके कारण मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक मासूम एक वर्ष की लडकी गंभीर रूप से जख्मी हो गई, जिसके बाद मौके पर अफरातफरी मच गई, अपने आखों के सामने ही पत्नी एवं बडी बेटी एवं गावं के ही एक युवक के दर्दनाक मौत को अच्यूतानंद देखने के सिवाय कुछ नहीं कर घटना के बाद तुरंत वह एवं उनका बडा बेटा अभिषेक पांडेय गश खाकर गिर पडे ।लोगों का कहना है कि शायद अगर फुट-ओवरब्रिज रहता तो आज यह बडी घटना को रोका जा सकता था, ग्रामीणों ने मांग किया कि जल्द निर्माणाधीन फुट-ओवरब्रिज का निर्माण पूरा किया जाए ताकि भविष्य में किसी अन्य संम्भावित दुर्घटनाओं को टाला जा सके ।लोगों का कहना है कि ट्रेन आने की सूचना प्रसारित करने वाले कर्मी की लापरवाही से यह बडी घटना हुई है, इसकी गहराई से जांच होनी चाहिए ताकि दोषी को दंडित किया जा सके ।मृतक विवाहिता के परिजनों के मुताबिक पति बंगाल में ही एक स्कूल में पढा परिवार का किसी तरह भरण-पोषण करते है, जबकि पिता किसान है, मालूम हो कि करीब 15 वर्ष पहले अच्यूतानंद की शादी बलियां जनपद के उजियार गाँव के लोहा तिवारी की पुत्री प्रियंमबदा से हुई थी, मृतक विवाहिता को दो पुत्रियाँ अचीता ,अर्चना जबकि एक पुत्र अभिषेक था ।
मृतक प्रियंमबदा को क्या पता था कि आज उसके एवंउसकी पुत्री का जीवन का आखिरी दिन है ।
वहीं घटना में मृत दूसरे अजीत पांडेय एक साधारण ड्राइवर था जो किसी तरह काम कर परिवार का भरण-पोषण करता था, पिता किसान है अपने चार बहने एवं दो भाइयों में मृतक तीसरे नंम्बर पर था, मृतक की करीब 12 वर्ष पहले जमानियाँ क्षेत्र के धीनपुरा गांव की रेनू से हुई थी, घटना के बाद मां कृष्णा देवी पूरी तरह से बदहवाश अवस्था में थी ।