भक्तों ने कृष्ण सुदामा कथा का श्रवण पान किया

भक्तों ने कृष्ण सुदामा कथा का श्रवण पान किया

मरदह(गाजीपुर)। स्थानीय महाहर रोड स्थित अटल उद्यान शिवान्ति कुंज में चौथे दिन संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा का मंगलवार शाम कृष्ण सुदामा प्रसंग और राजा परीक्षित के मोक्ष की कथा का भक्तगणों ने श्रावण पान किया।

इस दौरान कथा वाचक पंडित बंसत नारायण शास्त्री ने कहा कि जीवों के कल्याण के लिए ही ब्रह्म सगुण रूप में आते हैं और विभिन्न लीलाएं करते हैं। जिससे धर्म की रक्षा हो सके।उन्हाेंने कहा कि हम धर्म की रक्षा करेंगे,तो धर्म भी हमारी रक्षा करेगा। जब ब्रह्म को भी मणि चोरी का कलंक लगा तो हम सभी तो साधारण मानव हैं। कभी भी इंसान को घबराना नहीं चाहिए।इस दौरान विभिन्न प्रसंगों पर कथा सुनाई गई। भगवान जिसे छोड़ देते हैं,वह भवसागर में डूब जाता है। जब जब धरती पर अधर्म अत्याचार बढ़ा,तब तब प्रभु ने अवतार लेकर भक्तों की पीड़ा दूर की है।भगवान जिसे छोड़ देते हैं वह डूब जाता है। इसलिए भगवान को पकड़े रखो उनका भजन करो,भव सागर से पार लग जाओगे। हमें हमेशा अपने गुरुओं से अच्छी शिक्षा ग्रहण करना चाहिए। वेद पुराण शास्त्र को पढ़ना और माता-पिता और गुरु अतिथियों का आदर सत्कार करना चाहिए। यह धरती ऋषि मुनियों की धरती है। धर्म की स्थापना के लिए ऋषि मुनियों आदर सत्कार करें।कथा के अंत आरती पूजन व प्रसाद वितरण किया गया। इस मौके पर दामोदर वर्मा, विनोद जायसवाल, प्रवीण पटवा, राजेंद्र गुप्ता, प्रधान रामजीत यादव गोलू, रामकेश यादव, सत्यदेव सैनी, शशीकांत विश्वकर्मा, बच्चा वर्मा, लल्लन सिंह आदि लोग मौजूद रहे।