जाम की यही स्थिति रही तो छुट जाएगा बच्चों का परीक्षा

जाम की यही स्थिति रही तो छुट जाएगा बच्चों का परीक्षा

जमानियां। स्थानीय तहसील को मुख्यालय से जोड़ने वाला मुख्य सड़क राष्ट्रीय राजमार्ग बीते एक जनवरी से ही जाम की झाम में फंसा हुआ है। जिससे लोगों को तो परेशानी हो ही रही है। अब स्कूल खुल जाने के बाद स्कूल बस भी इस जाम में फंस कर रह जा रहे है। जाम अब भी लगा हुआ है और वाहन रेंग रही है।

गाजीपुर – जमानियां – सैय्यदराजा राष्ट्रीय राजमार्ग नये साल के पहले दिन से ही जाम के झाम से जुझ रहा है। जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र के विभिन्न विद्‍यालय सेन्ट्रल पब्लिक स्कूल‚ सन साइन पब्लिक स्कूल‚ एसएसदेव पब्लिक स्कूल‚ महिला महाविद्‍यालय आदि के स्कूल बस प्रतिदिन जाम में फंस रही है और स्कूली बच्चे विद्‍यालय देरी से पहुंच रहे है। जिससे इन छात्र–छात्राओं का पठन पाठन बाधित हो रहा है। इनता नहीं छुट्टी के बाद जाम में फंस जाने से घंटो बाद घर पहुंचने से परिजनों में भी डर बना रहता है और बच्चे भुख से बिलबिला जा रहे है। ऐसा नहीं है कि सिर्फ जाम राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगा हुआ है। जमानियां–दिलदारनगर मार्ग कि भी कमाेवेश यही दशा है। सड़क के एक ओर सैय्यदराजा की ओर जाने वाले मार्ग पर ट्रक खड़ी हो जा रही है। जिससे सड़क वन वे हो गया है। वही सड़क की पटरीयों पर भी ट्रकों के खड़े हो जाने से जाम की स्थिती उत्पन्न हो जा रही है। ऐम्बुलेश‚ पुलिस वाहन सहित अधिकारी भी इससे अछुते नहीं है। वे भी इस समस्या से जुझ रहे है। जाम लगने के बाद पैदल भी चलना मुश्किल हो गया है। पुलिस प्रशासन पूरे दिन अपने वास्तविक कार्यो को छोड़ कर सड़क पर लग रहे जाम को खाली करने में लगी हुई है। कई बार ताे पुलिस की वाहन भी इस जाम में फंस जा रही है। पुलिस ने वाहनों को पाण्डेय मोड़ के पास गाजीपुर और दिलदारनगर की ओर से आने वाले ट्रकों को रोक दिया है। लेकिन एक के पीछे एक वाहन की लम्बी कतार और एक भी चालक द्वारा यातायात नियमों के पालन न करने से घंटों जाम लग जा रहा है। पहले तारीख से चल रहा जाम आज भी ज्यों का त्यों है। जाम में वाहन किसी तरह से रेंग रहे है। इस संबंध में कोतवाल राजीव कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस द्वारा लगातार जाम को खाली कराया जा रहा है। वाहनों का दबाव अधिक है जिस कारण से थोड़ी सी परेशानी हो रही है।

शुरू होने वाली है प्रैक्टिकल परीक्षा

यही स्थिति रही तो परीक्षा में शामिल होने वाले बच्चों को प्रैक्टिकल परीक्षा से वंचित होना पड़ जाएगा। इतना ही नहीं यदि परीक्षा को लेने वाला एक्जामिनर भी समय से नहीं पहुंचा ताे भी दिक्कत खड़ी हो जाएगी।