राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर संगोष्ठी का हुआ आयोजन

राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर संगोष्ठी का हुआ आयोजन

गाजीपुर।राजेश्वरी द्वियांग विद्यालय फतेउल्लाहपुर में जिला विधिकसेवा प्राधिकरण व डी0एस0एच0आर0डी0 मानवाधिकार संगठन के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन सोमवार को प्रातः 9:30 बजे किया गया।
संगोष्ठी का शुभारम्भ संजय कुमार सिंह सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण/सिविल जज (सी0डि0) द्वारा माॅ सरस्वती के चित्र पर माल्यापर्ण कर किया गया। उन्होने अपने सम्बोधन में कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 10 दिसम्बर 1948 को मानवाधिकार घोषणा पत्र सर्वसम्मति से अंगीकार किया गया था। भारत में सबसे पहले सन् 1993 मे मानवाधिकारों से संबंधित कानून बनाया गया। उनके द्वारा यह अवगत कराया गया कि मानवाधिकार मनुष्य के सर्वागीण विकास हेतु आवश्यक हैं । इन अधिकारों के बिना मनुष्य का जीवन पशुवत् हो जाएगा। उनके द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार घोषणा पत्र में भारत के संविधान में उल्लिखित मौलिक अधिकारों व नीति-निर्देशक तत्वों को स्थान दिया गया है।
उनके द्वारा लोगो को आह्नवान करते हुए कहा गया कि संगोष्ठि से प्राप्त जानकारी को अधिक से अधिक लोगों के मध्य मीडिया आदि के माध्यम से परिचालित किया जाए जिससे लोग अपने अपने अधिकारों के बारे में जाने ताकि उनके अधिकार हनन की कोई घटना न होने पावे। मानवाधिकार संगठन के अध्यक्ष मदन मोहन सिंह द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के संयुक्त तत्वावधान में कार्यक्रम आयोजित किये जाने हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया गया तथा उनके द्वारा यह अवगत कराया गया कि ऐसे लोग जो अधिकारों से वंचित है और समाज की मुख्य धारा में किसी कारण से जुड़ नही पाये है उनके लिए वे लगातार प्रयत्नशील है। कार्यक्रम का संचालन अमरनाथ गुप्ता प्रधानाचार्य राजेश्वरी द्वियांग विद्यालय फतेउल्लाहपुर द्वारा किया गया। कार्यक्रम में डी0एस0एच0आर0डी0 मानवाधिकार संगठन के अमित अग्रहरी, महासचिव विनय तिवारी, उपाध्यक्ष संजय वर्मा, जिला प्रवक्ता फौजदा बिन्द, प्रवक्ता शिव वर्मा नगर सचिव हिमांशु राय, लालजी चौहान, शुभम श्रीवास्तव, निरंजन गुप्ता सदस्यगण, अध्यापकगण में नाजिया बेगम, कुसुमलता गुप्ता, रिंकू पाण्डे, राजेश कुमार, अफजल, सौरभ, प्रभुनाथ, तथा थाना नन्दगंज के पुलिस अधिकारी व गाॅव के आम नागरिक उपस्थित थे।