जमानियां। युवाओं के प्रेरणास्त्रोत युगपुरुष स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन राष्ट्रीय युवा दिवस को धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर विभिन्न स्कूलों, कालेजों व संस्थाओं की ओर से कार्यक्रम आयोजित किए गए।
दरौली गांव स्थित रामकली महिला महाविद्यालय में कार्यक्रम की श्ाुरूआत स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यापण और मिष्ठान वितरण के साथ किया गया। इस दौरान महाविद्यालय के प्रबंधक डां हरीशचन्द्र सिंह ने कहा कि युवाओं को स्वामी विवेकानंद जी के जीवन से सिख लेने की जरूरत है। उन्होंने 39 वर्ष की अल्प आयु में ही विश्व स्तर पर भारतीय संस्कृति का प्रचार किया तथा अपनी ओजस्वी वाणी से समस्त संसार को नया मार्ग बताया था और धर्म संसद में उन्होंने कहा कि भारत सारे विश्व का मार्ग दर्शक रहा है लेकिन भारतीयों को अपना स्थान कायम रखने के लिए आध्यात्मिकता को अपनाना होगा। वही क्षेत्र के हेतिमपुर गांव स्थित एसएस देव पब्लिक स्कूल के प्रबंधक सुभाष चन्द्र कुशवाहा ने आयोजित सभा में कहा कि स्वामी विवेकानंद हमेशा कहा करते थे कि जो सुख देने में वह आनंद किसी और चीज में नहीं। कहा कि आज स्वामी विवेकानंद की 156 वीं जयंती है। स्वामी विवेकानंद युवाओं को राष्ट्र निर्माण व सकारात्मक बदलाव का सबसे प्रमुख सारथी मानते थे। उनकी आध्यात्मिक चेतना व उनके विचार आज के युवाओं के लिए और भी प्रासंगिक हैं। कहा कि 12 जनवरी, 1863 को कोलकाता में जन्में नरेंद्र नाथ आगे चल कर स्वामी विवेकानंद के नाम से मशहूर हुए।
स्टेशन बाजार स्थित हिन्दू पी.जी. कालेज के छात्र संघ भवन में स्वामी विवेकनन्द जी के 156वें जयंती धूम धाम से मनाया गया। जिसमें उपस्थित छात्र संघ उपाध्यक्ष सतीश कुमार जायसवाल, दिलीप सिंह(टिंकू),आकाश राय,विशाल वर्मा पूर्व पुस्तकालय मंत्री, दिलीप तिवारी, राजन राय, विशाल सिंह, सुनील कुमार चौरसिया प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, शुभम जायसवाल एवं छात्र/छात्राये उपस्थित रहें।