नीर निर्मल परियोजना में 150 ग्राम पंचायतों का हुआ चयन

नीर निर्मल परियोजना में 150 ग्राम पंचायतों का हुआ चयन

गाजीपुर। ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम के अन्तर्गत निर्मित/निर्माणाधीन पाईप पेयजल योजनाओं के अनुरक्षण एवं संचालन विषय पर जनपद स्तरीय एक दिवसीय कार्यशाला गुरुवार आज को मुख्य विकास अधिकारी हरिकेश चौरसिया की अध्यक्षता मे स्वामी सहजानन्द स्नातकोत्तर महाविद्यालय मे सम्पन्न हुआ।

इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी ने अपने सम्बोधन मे पानी की महत्ता पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए बताया कि दुषित पानी का कारण ग्रामो मे पटते जा रहे तालाबों एवं अन्य जल श्रोतो को पाटकर लोगो द्वारा खेती किया जाना है, इसी कारण पानी का जलस्तर लगातार नीचे जा रहा है। पहले 20-25 फिट पर पीने योग्य पानी मिल जाता है अब इसका लेबल बढकर 125-130 फिट पहुच गया है। गंगा किनारे पर 150 फिट के नीचे ही पीने लायक पानी मिल पाता है। उन्होने कहा कि पानी मनुष्य जीवन के लिए बहुत ही उपयोगी है इस लिए पीने के पानी के प्रति लोगो को अधिक संवेदनशील होना होगा। नीर निर्मल परियोजना के अन्तर्गत प्रथम बैच मे जनपद के कुल 28 ग्राम पंचायतों का चयन किया गया जिनमे लगभग कार्य पूर्ण हो चुके  है तथा कुछ अन्तिम चरण मे है। द्वितीय चरण मे कुल 122 ग्राम पंचायतों का चयन किया गया है। इन ग्रामो मे जन-जागरूकता के कार्य हेतु सहयोगी संगठनों का चयन किया जा चुका है एवं सभी सहयोगी संस्थाओं द्वारा चयनित ग्राम पंचायतों मे जन-जागरूकता का कार्य किया जा रहा है।  चयनित ग्राम पंचायतो मे जहां जल आपूर्ति प्रारम्भ हो गयी है, वहां परियोजना के संचालन एवं अनुरक्षण के लिए प्रति परिवार न्यूनतम रू0 50 प्रति माह जल शुल्क एकत्रित किये जाने का प्राविधान है। उन्होने बताया कि पूर्ण हो चुकी पेयजल योजनाओं का ग्राम पंचायतो स्वच्छता समिति द्वारा योजना का संचालन एवं अनुरक्षण किया जाना है। जल निगम द्वारा नीर निर्मल परियोजना के अन्तर्गत ओवरहेड टैंक के निर्माण से सम्बन्धित समस्त कार्य कार्यदायी संस्था जल निगम द्वारा संचालित किया जाना है। इस हेतु ग्राम पंचायतो मे ओवरहैड टैंक निर्माण हेतु जमीन का चयन कर लिया गया है। ग्राम पंचायतो को हैण्डओवर परियोजनाओं के सफल संचालन हेतु ग्राम पंचायतों का सहयोग नितान्त आवश्यक है सबके सहयोग से ही यह परियोजना कारगर साबित होगी। गांव की भले के लिए जो काम होता है इसमे गांव की सहभागिता जरूरी है। उन्होने उपस्थित ग्राम प्रधानों से गोवंश आश्रय स्थल निर्माण के सम्बन्ध मे विस्तृत जानकारी दी तथा बताया कि इसके निर्माण मनरेगा से कराया जा रहा है। भूमि के चयन की कार्यवाही हो रही कुछ स्थानों का चयन पूर्व मे ही कर लिया गया है। कार्यशाला में नगर पलिका अक्ष्यक्ष सरिता अग्रवाल एवं जिला विकास अधिकारी एम०लाल ने नीर निर्मल परियोजना के सम्बन्ध मे अपना विचार व्यक्त किया। बैठक मे ग्राम प्रधान एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।