पुलिस कर्मी की उपस्थित में 45 मरीजों को लगायी गयी एंटी रैबीज वैक्सीन

पुलिस कर्मी की उपस्थित में 45 मरीजों को लगायी गयी एंटी रैबीज वैक्सीन

ज़मानिया। स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर मंगलवार की सुबह दूर दराज से आये मरीजों का एंटी रेबीज वैक्सीन लगाने में हंगामा को देखते हुए स्वास्थ्य केन्द्र द्वारा पहले से ही पुलिस बुलवा कर मरीजों कि लाईन लगा कर वैक्सीन लगवाया। दूर दराज से आये करीब 100 मरीजों में से 45 मरीजाें को ही वैक्सीन लग पायी और बाकि वापस लौट गये।

मोहम्मद असलम सनोहर‚ मेराज‚ त्रिलोकी‚ पंकज यादव‚ अनिल यादव आदि लाेगों का आरोप है कि एक ओर सरकार स्वास्थ्य बीमा कर नागरीकों को मुकम्मल इलाज मुहैया कराने कोशिश कर रही है। वही दूसरी ओर स्वास्थ्य केन्द्रों पर जरूरी एंटी रेबीज वैक्सीन जैसी दवा के अभाव में मरीज लौट रहे है। एसे में सरकार के दावे हवा हवाई ही लग रही है। कहना है कि यह क्षेत्र बंदरों और जानवरों से भरा पड़ा है। वही बिहार सहित चंदौली जनपद के लोग भी स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर मरीजों की भीड़ लगी रहती है। बंदरो‚ जानवरों सहित बिहार और चंदौली जनपद के लोगो के दवाव के चलते इस वैक्सीन की खपत अधिक है लेकिन मेडिकल स्टोर वालों से अधिकारियों कर्मचारियों फिक्सींग के वजह से केन्द्र पर इस वैक्सीन का अभाव बना रहता है और मरीज उंचे दामों में खरीद रहे है। प्रशासन के उदासीन रवैया के चलते लोगों में दिन पर दिन रोष व्याप्त होता जा रहा है। इस सम्बन्ध में फार्मासिस्ट जितेंद्र कुमार दुबे ने कहा कि सुई की कमी के अभाव में सप्ताह में दो दिन ही सुई लगाई जा रही है। मंगलवार की सुबह पहुँचे 100 मरीजों में 45 मरीजों को सुई लगाई गयी।

दो दिन ही लगाई जा रही है वैक्सीन

डक्टरो के मुताबीक एआरबी का डोज काटने के पहले दिन‚ तीसरे दिन‚ सातवे दिन और अठाईश दिन लगाया जाता है लेकिन स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर दो दिन एेटी रेबीज वैक्सीन लगाने से परेशानी बढ़ गयी है। एेसे में मरीजो का कोर्स पूरा नही हो पा रहा है और गरीब राम भरोसे ही एक दो बार वैक्सीन लगवा कर छोड देते है। सरकारी महकमे के अपने तौर तरीके है और अधिकारी उसी का हवाला दे कर मरीजो के जीवन के साथ खेवाड कर रहे है। रेबीज का सिडियुल के सापेक्ष मरीजो को वैक्‍सीन नही लग पा रही है। जिससे मरीजो के मौत का जिम्‍मेदार कौन है यह बता पाना मुश्किल है।