जमानियां। स्थानीय नगर स्थित बलुआ घाट रामलीला मैदान पर तीन दिवसीय श्री राम चरित मानस सम्मेलन शुभारंभ बुधवार की शाम हुआ। श्री रामचंद्र जी की कथा वाचन का आरंभ हुआ ।
वाराणसी से पधारे स्वामी ह्यग्रीवा चार्य ने भगवान राम के जन्म की कथा को विस्तार से सुनाया और उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कहा कि मनुष्य का जीवन चुनौतियों से भरा होता है। पग-पग पर एक न एक जिम्मेदारी निभानी होती है, पर धर्म के रास्ते पर चलते हुए जीवन में सत्कर्म होने से हर संकट से मुक्ति मिलती है। हमारा आपका कर्तव्य है कि हम अपने धर्म ग्रंथों की बातों को अपने जीवन मे उतारने का प्रयास करना चाहिए। वही काशी से आये संत कथा वाचक सच्चिदानन्द त्रिपाठी ने कहा कि भगवत् चरित्र को गाने वाला हर व्यक्ति चौकिदार है और विश्व के सबसे बड़े चौकिदार तो मेरे हनुमान जी महाराज हैं। वही मरदह से पं० नीरज पांडेय के राम कथा के साथ प्रथम दिन का आयोजन की समाप्ति की घोषण की गयी। कार्यक्रम में महिलाओं और पुरूषों के बैठने के लिए अलग अलग व्यवस्था की गयी थी। इस अवसर पर राम ध्यानी सेठ, हरी किशुन शाह, माधव पाण्डेय, विनाय उपाध्याय, राम चन्दर राम, संगीता पाण्डेय, मधु दूबे, कंचन पाण्डेय, हर्षिता, गौरी आदि सहित सैकडो लोगों ने कथा का राम कथा का अमृत पान किया। कार्यक्रम का संचालन जम्दग्नी ऋषि आश्रम के पुजारी पं शेषधर उपाध्याय ने किया।