ग़ाज़ीपुर।कुपोषण आज के समाज के लिए एक अभिशाप है। इस अभिशाप से मुक्ति दिलाने के लिए बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रत्येक माह के प्रथम बुधवार को सुपोषण स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया जाता है। इसी के तहत बुधवार सुपोषण स्वास्थ्य मेले का आयोजन जिले के मरदह ब्लॉक उपकेन्द्रों गाई, बरेदा, अविसहन, बौरी, बरही, मटेहु, नसरतपुर, सिंगेरा, सुलेमापुर में किया गया।
इसके साथ ही जनपद के अन्य ब्लॉकों के उपकेन्द्रों में भी सुपोषण स्वास्थ्य मेले का आयोजन किया गया। नवजात शिशुओं और गर्भवती महिलाओं में बढ़ रहे कुपोषण और मृत्यु दर में कमी लाने के लिए सरकार गंभीर पहल कर रही है। इस अवसर पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने बताया कि मेले में गर्भवती महिलाओं, किशोरियों और बच्चों को निःशुल्क उपचार के साथ ही स्वास्थ्य संबंधी टिप्स दिए। इसके साथ ही छह साल तक के बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर दवाएं दी गई। साथ ही पौष्टिक आहार व दलिया, हलवा, का वितरण किया गया। ब्लॉक परियोजना प्रबन्धक प्रेम प्रकाश राय ने बताया कि इस योजना के माध्यम से शिशुओं व महिलाओं के बीच कुपोषण को समाप्त कर शिशु मृत्यु व मातृ मृत्यु को कम कर स्वस्थ समाज की स्थापना का लक्ष्य पूरा किया जा सकेगा। आज आयोजित किए गए सुपोषण स्वास्थ्य मेला में पुष्टाहार से बने विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का आंगनबाड़ी द्वारा प्रदर्शन किया गया। ए.एन.एम. द्वारा उपस्थिति सभी बच्चों का अपने सामने वजन व लम्बाई लेकर कुपोषित बच्चों को चिन्हित किया गया। अतिकुपोषित बच्चों को प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र मरदह पर संदर्भित किया गया। इस दौरान उपस्थित गर्भवती व धात्री महिलाओं को पुष्टाहार के साथ ही अन्य घर पर उपलब्ध भोजन को समयानुसार खाने की सलाह दी गई। गर्भवती महिलाओं को दिन में कम से कम दो घंटे आराम और प्रत्येक माह वजन कराना आवश्यक है। मेला में उपस्थित सभी किशोरियों का स्वास्थ्य परिक्षण किया गया और माहवारी के दौरान साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के साथ ही सेनेटरी पैड के इस्तेमाल की सलाह दी गई। इस अवसर पर सुपोषण स्वास्थ्य मेला में आंगनवाड़ी, आशा कार्यकर्ता आदि लोग उपस्थित रहीं।