ग़ाज़ीपुर। स्वास्थ्य विभाग और डब्ल्यूएचओ के द्वारा महाराजगंज उपकेंद्र पर विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस गोष्ठी का विषय “यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज” रखा गया। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से सम्मिलित हुए मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ जीसी मौर्य और जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ आर के सिन्हा ने विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाए जाने के विषय पर विस्तार से चर्चा की।
मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि 7 अप्रैल को हर साल वर्ल्ड हेल्थ डे मनाया जाता है। इसका मकसद दुनिया में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं तक ज्यादा से ज्यादा लोगों की पहुंच सुनिश्चित करना है। 7 अप्रैल 1948 को विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना हुई थी। इसके दो साल बाद 1950 से हर वर्ष स्वास्थ्य दिवस मनाया जाने लगा। इस दिवस का मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य के प्रति लोगों को जागरूक करना है। इस बार वर्ल्ड हेल्थ डे की थीम “एवरीवन एवरीवेयर हेल्थ फॉर ऑल” निर्धारित की गयी है जिसका मतलब है “हर व्यक्ति को हर जगह स्वास्थ्य सुविधाएं मिले”।
इस अवसर पर डब्ल्यूएचओ के एसएसओ डॉ पंकज सुथार ने बताया कि 1948 में 7 अप्रैल के दिन संयुक्त राष्ट्र संघ की एक अन्य सहयोगी और संबद्ध संस्था के रूप में दुनिया के 193 देशों ने मिलकर स्विट्जरलैंड के जेनेवा में विश्व स्वास्थ्य संगठन की नींव रखी थी। उसी साल डब्ल्यूएचओ की पहली विश्व स्वास्थ्य सभा हुई, जिसमें 7 अप्रैल से हर साल विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाने का फैसला लिया गया।
उन्होने बताया कि दुनिया भर के लोगों के स्वास्थ्य के स्तर को ऊंचा उठाना है। हर इंसान का स्वास्थ्य अच्छा हो और बीमार होने पर हर व्यक्ति को अच्छे इलाज की सुविधा मिल सके। दुनियाभर में पोलियो, रक्ताल्पता, नेत्रहीनता, कुष्ठ, टीबी मलेरिया और एड्स जैसी भयानक बीमारियों की रोकथाम हो सके और मरीजों को समुचित इलाज की सुविधा मिल सके, और इन समाज को बीमारियों के प्रति जागरूक बनाया जाए और उनको स्वस्थ वातावरण बना कर स्वस्थ रहना सिखाया जाए।
इस गोष्ठी में डीपीएम प्रभुनाथ, आईएमए के अध्यक्ष डॉक्टर बावन दास, रेड क्रॉस सोसाइटी के सरदार दर्शन सिंह, एबीएसए पूर्णिमा श्रीवास्तव, स्थानीय सीडीपीओ, आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहित अन्य स्थानीय लोग भी मौजूद थे।