दूध पीने से छात्रों की हालत बिगड़ी,मचा हड़कम्प

दूध पीने से छात्रों की हालत बिगड़ी,मचा हड़कम्प

जमानियाँ।क्षेत्र के ग्राम गड़ही स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में बुद्धवार को पूर्वान्ह 11:30 बजे बच्चों को मध्याह्न भोजन खिलाने के पश्च्यात मीनू के अनुसार दूध पिलाने के कुछ देर बाद ही बच्चों को उल्टी होने लगी।देखते ही देखते करीब 20 बच्चें बीमार हो गये।बच्चों के बीमार होते ही विद्यालय में हड़कम्प मच गया और ग्रामीण भी मौके पर पहुँच गये।शिक्षको ने तत्काल 108 एम्बुलेन्स को सूचना दी और बरूइन स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर भर्ती कराया।

जानकारी के अनुसार मध्याह्न भोजन योजनान्तर्गत तहरी व दूध बच्चों को दी जानी थी।उपस्थित 35 बच्चों को मध्याह्न भोजन के साथ दूध पिलाया गया।दूध पीने के करीब एक घण्टे बाद ही कुछ बच्चें उल्टी करने लगे।कुछ ही देर में ज्यादा बच्चें उल्टी करने लगे यह वाकया देख अध्यापको के हाथ पाँव फूल गये।अध्यापको ने इसकी सूचना अपने उच्चाधिकारी को दी। बच्चों की तबियत खराब होने की सूचना पर ग्रामीण मौके पर पहुँचे तथा सभी बीमार बच्चों को एम्बुलेंस की सहायता से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया गया।जिसमें खुशबु कुमारी(9),सुधाशु वर्मा(10),अवन्तिका वर्मा(12),सुलेखा(12),आकाश(13),विकास(10),दुर्गेश(13),अमरजीत(13),अंकित(13),लक्षमिना(10),गुलशन कुमार(12),मोनू वर्मा(13),छोटे लाल (10),हरीश कुमार(13),खुशबु कुमारी(13),विश्वास कुमार(13),सूरज(13),अभिषेक(13),स्नेहा(13),करिश्मा (12)बीमार हो गये।ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पावडर मिश्रित दूध बच्चों को पीलाया गया था इसलिए ऐसी स्थिति उत्पन्न हुयी। प्रधानाध्यापक प्रदीप वर्मा ने बताया कि ग्राम प्रधान द्वारा मध्याह्न भोजन की ब्यवस्था की जाती है।दूध पीने के बाद बच्चों के उल्टी होने लगी।दूध का जाँच होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पायेगी।ग्राम प्रधान प्रतिनिधि कृष्णानन्द ने बताया कि दूध हमेशा की भॉति बाल्टे वाले से लिया जाता है।दूध पूर्व माध्यमिक विद्यालय तथा प्राथमिक विद्यालय पर भेजा जाता है। कभी कोई दिक्कत नही आयी।ये सब कैसे हो गया जॉच करने से ही पता चल सकता है।

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर मौजूद पीएचसी प्रभारी डॉ अनिल कुमार रत्नेश ने बताया कि दूध देने के 45 मिनट के बाद उल्टी की शिकायत मिली तथा कुछ बच्चों को पेट में दर्द की भी शिकायत मिली।बीस बच्चे बीमार थे।जिसमें छः बच्चें उल्टी कर रहे थे बाकी बच्चों को थोड़ी बहुत दिक्कत थी।दवा करने के बाद सभी बच्चें स्वस्थ है।उन्हें घर के लिए छोड़ दिया गया है।गर्मी का मौसम है,खान-पान पर ज्यादा ध्यान देना पड़ेगा।दूध कम उबला होने के कारण भी ऐसी दिक्कत आ जाती है।दूध का शेम्पल ले लिया गया है तथा जॉच के लिए भेजा जायेगा।

चिकित्सकों की टीम में डॉ रुद्रकान्त सिंह,डॉ रमेश रत्नाकर,डॉ गरिमा,जितेन्द्र शुक्ला,जयशंकर लाल,चन्द्रप्रकाश के साथ ही वीआर सी सह समन्वयक शिक्षक भूपेन्द्र कुमार गुप्ता,अमृश सिंह,भगवान सिंह,रविप्रकाश उपाध्याय,आशुतोष कुमार,सुचित्रा शर्मा, गोरख राम मौजूद रहे।