ग़ाज़ीपुर।प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना,परिवार नियोजन और नियमित टीकाकरण में पिछले साल जनपद की प्रगति बेहतर रही है। इस क्रम को बनाए रखने के लिए शासन और स्वास्थ्य विभाग बेहद गंभीर है। इसको लेकर मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में सीएमओ डॉ॰ जीसी मौर्य की अध्यक्षता में बैठक हुई जिसमें यह निर्णय लिया गया कि प्रत्येक माह की 7 तारीख को इन योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की जाएगी।
इसमें सभी स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी व अधीक्षक के साथ सभी बीपीएम की उपस्थिति अनिवार्य होगी। बैठक में प्रतिस्थानीय या प्रतिनिधि स्वीकार नहीं होगा। इस बैठक में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, डबल्यूएचओ के जिला प्रतिनिधि एवं अन्य सदस्य मौजूद रहे।परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत सामान्य महिला नसबंदी पर 2,000 रुपये और प्रसव के बाद महिला नसबंदी पर 3,000 रुपये का विभाग के द्वारा सहायता दी जाती है। वहीं पुरुष नसबंदी पर 3,000 रुपये का सहायता राशि देय है। इसके साथ ही नॉर्मल नसबंदी करवाने पर आशा कार्यकर्ता को 300 रुपये और प्रसव के बाद नसबंदी कराने पर 400 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना में पहली बार गर्भवती हुयी महिला को 3 किस्तो में 5 हजार का लाभ दिया जाता है ताकि गर्भावस्था के दौरान महिला अपना और गर्भ में पल रहे बच्चे की उचित देखभाल कर सके।
जिले में पिछले वित्तीय वर्ष में कुल 7,811 महिलाओं की नसबंदी की गईं जबकि पुरुष नसबंदी की संख्या 42 रही। इसके अलावा पिछले साल शुरू की गई “अंतरा” तिमाही गर्भनिरोधक इंजेक्शन का लाभ कुल 6,524 महिलाओं ने उठाया और 1,350 महिलाओं ने “छाया” गर्भनिरोधक गोली का लाभ लिया।इसके अलावा गर्भवती महिलाओं का सुरक्षित प्रसव कराने हेतु केंद्र सरकार के द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना जिसमें पहली बार गर्भधारण करने वाली महिलाओं को लाभ दिया जाता है। इस योजना में गाजीपुर जनपद की कुल 23,330 महिलाएं लाभान्वित हो चुकी हैं जिन्हें डीबीटी के माध्यम से सीधे उनके खाते में 34 से 60 दिन के अंदर पैसा दे दिया जाता है।